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    साइबर ठगी से बचा सकती है जागरूकता : डीएसपी

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 06 Apr 2022 07:36 PM (IST)

    लोगों को साइबर ठगी से बचाने व बढ़ते मामलों में कमी लाने के लिए पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के निर्देश पर बुधवार को जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

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    साइबर ठगी से बचा सकती है जागरूकता : डीएसपी

    जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: लोगों को साइबर ठगी से बचाने व बढ़ते मामलों में कमी लाने के लिए पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के निर्देश पर बुधवार को जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। साउथ रेंज साइबर थाना की टीमों ने उप पुलिस अधीक्षक अमित भाटिया की अगुवाई में डीएवी पुलिस-पब्लिक स्कूल व आरपीएस स्कूल, बस स्टैंड और पुलिस लाइन में साइबर क्राइम के संबंध में जागरूक किया गया।

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    डीएसपी अमित भाटिया ने कहा कि सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से फ्रेंड व फालो रिक्वेस्ट एसेप्ट न करें। अपनी प्रोफाइल प्राइवेट रखें व उसके पासवर्ड निरंतर बदलते रहें। हमेशा पासवर्ड को एल्फा न्यूमैरिक रखें। ई-मेल या मैसेज के माध्यम से प्राप्त किसी भी लिक पर क्लिक न करें। सोशल मीडिया पर आपराधिक तत्वों द्वारा की गई साइबर ठगी की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर-1930 पर काल करें। उन्होंने बच्चों से साइबर ठगी के तरीकों से बचने के लिए अपने अभिभावकों को भी जागरूक करने का आह्वान किया। पुलिस लाइन व बस स्टैंड रेवाडी पर पर आयोजित जागरूकता चौपाल में आम लोगों को साइबर ठगों द्वारा अपनाए जा रहे तरीकों की जानकारी दी गई। साइबर थाना के प्रबंधक एसआइ राहुल ने कहा कि साइबर ठग जानकार बन कर रुपये भेजने का झांसा देकर लिक भेज ठगी कर रहे हैं। किसी भी व्यक्ति से पैसों का लेनदेन करने से पहले अच्छी तरह जांच परख लें। अनजान आदमी द्वारा भेजे गए लिक पर क्लिक न करें। ऐसा करने से साइबर ठग उनके बैंक खातों में सेंध लगा सकते हैं।

    साइबर ठग केवाइसी अपडेट करने या बैंक अथवा किसी अन्य तरीके से कर्मचारी बनकर खातों की गोपनीय जानकारी हासिल कर ठगी कर सकते हैं। उन्होंने ओएलएक्स पर कोई विज्ञापन देकर ठगी करने के तरीकों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गूगल वेबसाइट पर मौजूद किसी भी कंपनी या बैंक के कस्टमर केयर नंबर की अच्छी तरह से जांच कर लें। बैंकों द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले कस्टमर केयर पर ही संपर्क करें। उन्होंने फ्राड लोन व इंवेस्टमेंट एप से धोखाधड़ी करने के तरीकों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि अपनी गोपनीय जानकारी जैसे ओटीपी, एटीएम व आधार कार्ड नंबर और यूपीआइ पिन किसी से भी शेयर ना करें। किसी भी साइबर अपराध के घटित होने पर तुरंत प्रभाव से हेल्पलाइन नंबर-1930 पर काल कर शिकायत दर्ज कराएं।