मिशन कर्मयोगी के तहत कर्मियों के लिए आवेदन आमंत्रित
केंद्र सरकार की ओर से क्षमता निर्माण आयोग के माध्यम से दो सितंबर 2020 को मिशन कर्मयोगी की शुरुआत की गई थी जिसे सिविल सेवा क्षमता निर्माण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में भी जाना जाता है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: केंद्र सरकार की ओर से क्षमता निर्माण आयोग के माध्यम से दो सितंबर 2020 को मिशन कर्मयोगी की शुरुआत की गई थी, जिसे सिविल सेवा क्षमता निर्माण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में भी जाना जाता है। यह एक सिविल सेवा सुधार पहल है, जिसका उद्देश्य सरकार में क्षमता निर्माण प्रयासों में और अधिक सुधार करना है।
उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने बताया कि इस अभियान के तहत केंद्र, राज्य सरकारों व स्थानीय सरकारों के ग्रुप ए, बी व सी कर्मियों से उनके द्वारा इस क्षेत्र में पिछले पांच वर्षों के दौरान किए सफल अभिनव को साझा करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं, जिसके लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 अप्रैल है। आवेदन केवल विशेष पेज द्बठ्ठठ्ठश्र1ड्डह्लद्गद्बठ्ठस्त्रद्बड्ड.द्व4द्दश्र1.द्बठ्ठ/ष्ढ्डष्-द्बठ्ठ1द्बह्लद्बठ्ठद्द-द्बठ्ठठ्ठश्र1ड्डह्लद्बश्रठ्ठह्य/के माध्यम से ही स्वीकार की जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि ई-मेल के माध्यम से प्राप्त होने वाली प्रविष्टियां स्वीकार नहीं की जाएंगी। यह सभी सरकरी कर्मचारियों के लिए लोक प्रशासन में अपने काम, की गई पहल व अभिनव को दिखाने व साझा करने का बेहतर अवसर है। चयनित किए गए 10 अभिनव को क्षमता निर्माण आयोग द्वारा वर्ष 2022 में वार्षिक स्वास्थ्य सिविल सर्विस रिपोर्ट में प्रकाशित किया जाएगा तथा अभिनव का प्रयोग क्षमता निर्माण में केस स्टडी के लिए रिकार्ड किया जाएगा। केवल ऐसी पहल जिन्हें दो साल से अधिक पहले किसी भी राष्ट्रीय या राज्य पुरस्कार से मान्यता नहीं मिली है, को इसमें शामिल किया जाएगा।
मिशन विशेषज्ञों और सिविल सेवकों के योगदान के माध्यम से सार्वजनिक मानव संसाधन प्रबंधन में नवाचारों को उजागर करने के लिए एक मंच भी प्रदान करेगा और मिशन कर्मयोगी सिविल सेवा में क्षमता निर्माण को कैसे प्रभावित करेगा, इसके लिए ²ष्टिकोण प्रस्तुत करेगा। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए ई-मेल पर ष्ढ्डष्-स्त्रश्रश्चह्ल@द्दश्र1.द्बठ्ठ संपर्क किया जा सकता है।