बे वजह दवा लेना किडनी के लिए हानिकारक
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी सी लापरवाही किडनी के लिए खतरनाक साबित हो सकती
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी:
स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी सी लापरवाही किडनी के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। उच्च रक्तचाप, मधुमेह (शूगर) और परिवार में अन्य लोगों को किडनी फेल होने की समस्या से कोई भी व्यक्ति किडनी रोग के अधिक जोखिम वाले दायरे में आ जाता है। जिन लोगों को ये जोखिम नहीं हैं उन्हें भी सावधानियां बरतने की जरूरत है।
दर्द निवारक दवा का कम से कम करें सेवन:
विशेषज्ञों के अनुसार गर्म मौसम, बार-बार मल आने या काफी अधिक व्यायाम करने की अवस्था में अधिक पानी पीना चाहिए। दर्दनिवारक दवाओं से भी परहेज करना चाहिए। इस प्रकार प्रतिदिन दवा का सेवन करना या किसी भी प्रकार की खारिश या दर्द आदि के लिए इन गोलियों को लेना आपको आसान समाधान लगता हो। इस प्रकार की दवा को लंबे समय तक लिया जाए तो किडनियों को नुक्सान पहुंचा सकती हैं। अगर निरंतर दर्द या गठिया आदि के लिए इनकी जरूरत है तो किडनी के कार्य करने पर नियमित नजर रखने के लिए चिकित्सक से बात करनी चाहिए। बरतनी होगी सावधानी:
स्वस्थ भोजन खाने से अपने वजन और रक्तचाप को नियंत्रण में रखा जा सकता है। भोजन में काफी अधिक नमक या वसा वाले भोजन से परहेज करना चाहिए। प्रति सप्ताह 150 मिनट तक हल्की और गहरी एक्सरसाइज करने से अपने आप को फिट रखा जा सकता है जिनमें सैर करना भी शामिल हैं। सप्लीमेंट्स और हर्बल दवाओं से परहेज करने से ही किडनी को बचाया जा सकता है। कोई भी दवा लेने से पहले चिकित्सक से सलाह जरूर लें। धूमपान में कमी से किडनी को रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है और उच्च रक्तचाप का जोखिम भी कम हो जाता है।
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काफी अधिक मात्रा में पानी पीने से किडनी को अच्छी तरह से काम करने में मदद मिलती है। आम मान्यता के विपरीत ऐसा कोई तय मात्रा नहीं है कि जिससे किडनी को नुक्सान पहुंचने से रोका जा सके। इसकी जरूरत अलग अलग व्यक्ति पर निर्भर करती है। अधिकांश लोगों के लिए लक्षित ब्लड प्रेशर 140/90 से कम होना चाहिए। अगर कोई डायबेटिक है तो अपना ब्लड शूगर नियंत्रित करना बहुत जरूरी है। अगर शरीर में प्रोटीन की मात्रा को जांचने के लिए मूत्र की भी नियमित जांच करवाते रहें।
- डॉ. सुचेता यादव, नेफ्रोलॉजिस्ट।
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