आस्था को ठेस पहुंचा रही धार्मिक स्थलों की गंदगी
-पंचायत के साथ ग्रामीण भी जिम्मेवार -गंदे नाले को पार कर पहुंचना पड़ता है बाबा भैरव मंदिर फोटो: 1
-पंचायत के साथ ग्रामीण भी जिम्मेवार
-गंदे नाले को पार कर पहुंचना पड़ता है बाबा भैरव मंदिर
फोटो: 12एनएआर-01
संवाद सहयोगी, सतनाली
सतनाली व आसपास के दो दर्जन गांवों की आस्था व श्रद्धा के प्रमुख केंद्र बाबा भैरव मंदिर के समीप फैली गंदगी व कूड़ा करकट के कारण यहां आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंच रही है। बाबा भैरव मन्दिर के आसपास खड़ी घास, मन्दिर के सामने ही ग्रामीणों द्वारा डाले जा रहे कूड़ा करकट व मन्दिर के पीछे से गुजरने वाले गन्दे पानी के नाले के दुर्गन्धयुक्त कीचड़ के कारण माहौल तो काफी हद तक प्रदूषित हो ही चूका है साथ ही पंचायत की बेरूखी भी मन्दिर के आसपास सफाई व्यवस्था न हो पाने के लिए पूरी तरह जिम्मेवार है। लोगों का कहना है कि बाबा भैरव मन्दिर में प्रतिदिन सैकड़ो श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए आते है तथा वर्ष में एक बार मेला भी आयोजित किया जाता है। मेले के अवसर पर तो यहां सफाई व्यवस्था कायम करवाई जाती है लेकिन इसके बाद इस पवित्र धार्मिक स्थल की कोई सुध ही नहीं लेता। मन्दिर की सफाई के लिए अनेक बार ग्राम पंचायत को अवगत करवाया गया लेकिन आज तक मन्दिर परिसर के आसपास भी सफाई कर्मचारी दिखाई नहीं दिए। पूर्व मुख्य संसदीय सचिव राव दान सिंह बाबा भैरव मन्दिर की चारदीवारी के लिए करीब तीन बार घोषणा कर चूके है लेकिन आज तक चारदीवारी बनवाना तो दूर यहां सफाई व्यवस्था भी कायम नहीं की गई। मन्दिर के आसपास सफाई व्यवस्था कायम न होने के पीछे पंचायत के साथ-साथ ग्रामीण व मोहल्लावासी भी बराबर जिम्मेवार है क्योंकि मोहल्ले के लोग मन्दिर के पास ही गन्दे पानी के नाले व खुले मैदान में कूड़ा करकट डालते है जिससे सफाई व्यवस्था प्रभावित होती है। मन्दिर में व्यवस्था बनाने के लिए मन्दिर की प्रबंधन कमेटी भी गठित की गई थी लेकिन ग्रामीणों को यह तक नहीं पता कि इस कमेटी के सदस्य कौन कौन है, क्योंकि मन्दिर कमेटी के सदस्यों व पदाधिकारियों के चुनाव के लिए कभी भी बैठक का आयोजन नहीं किया गया। ऐसे में बाबा भैरव मन्दिर कमेटी की भूमिका में पंचायत ही रही है तथा इसकी व्यवस्थाओं का जिम्मा केवल पंचायत पर ही है। सफाई व्यवस्था के अभाव में मन्दिर के सामने गन्दगी में आवारा पशु मुंह मारते देखे जा सकते है तथा गन्दे नाले की दुर्गन्ध से यहां आने जाने वाले श्रधलु मुंह पर रुमाल रखकर आते है।
यहीं हाल महेन्द्रगढ़ रोड स्थित प्राचीन शिव मन्दिर का है। मन्दिर के सामने लगने वाली रेहड़ियों के कारण यहां हर समय गन्दगी रहती है। कस्बे के मुख्य बाजार स्थित श्रीकृष्ण मन्दिर के साथ लगते खाली स्थान तो कूड़ाघर में ही तब्दील हो चूका है। पूरे बाजार का कूड़ा करकट दुकानदार यहां डालते है तथा इस खाली प्लाट को ही शौचालय के रूप में प्रयोग करते है। सतनाली के धार्मिक स्थलों के आसपास फैली गन्दगी लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पंहुचा रही है तथा उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हो रही है। ग्रामीणों ने पंचायत से मांग की है कि धार्मिक स्थलों के आसपास की सफाई व्यवस्था में सुधार करवाया जाए ताकि श्रद्धालुओं को मन्दिर आवागमन में कोई परेशानी न हो।
इस बारे में जब सरपंच रमेश शेखावत से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सतनाली में बाबा भैरव मन्दिर के आसपास फैली गन्दगी के लिए मोहल्ले के लोग जिम्मेवार है। मोहल्ले के लोगों को अनेक बार खुले में गन्दगी न फैलाने बारे चेतावनी दी गई लेकिन उन पर कोई असर नहीं है। बाजार के श्रीकृष्ण मन्दिर के साथ खाली जगह में सफाई अभियान के तहत सफाई करवाई गई थी। सभी धार्मिक स्थलों के आसपास सफाई व्यवस्था बनाने के प्रयास किए जाऐंगे लेकिन ग्रामीणों का सहयोग भी आवश्यक है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।