प्रिया मलिक ने कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप में जीता गोल्ड, चाचा से सीखे कुश्ती के गुर
प्रिया के पिता जयभगवान आर्मी से रिटायर होने के बाद स्पेशल पुलिस आफिसर की नौकरी कर रहे हैं। जयभगवान ने बेटी की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए बताया कि साल 2017 में जब प्रिया सातवीं कक्षा में पढ़ती थी तब उसने कुश्ती खेलना शुरू किया।

जुलाना (जींद), संवाद सूत्र। जींद के चौ. भरत सिंह मेमोरियल खेल स्कूल निडानी की खिलाड़ी प्रिया ने इटली में चल रही विश्व कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। 73 किलोग्राम भार वर्ग में प्रिया ने फाइनल मुकाबले में यूक्रेन की पहलवान मरीया जेनकीना को पहले ही बाउट में 10-0 से हराया। संस्था के संरक्षक पूर्व डीजीपी डा. महेंद्र सिंह मलिक ने प्रिया को बधाई देते हुए कहा कि संस्था के खिलाड़ियों का हमेशा प्रयास रहता है कि देश का सम्मान बढ़ाया जा सके।
प्रिया आज पूरा देश गर्व करता है
प्रिया जैसी खिलाड़ी देश व प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं। संस्था चेयरपर्सन कृष्णा मलिक ने प्रिया को बधाई देते हुए कहा कि निडानी गांव की बेटी प्रिया पर आज पूरा देश गर्व करता है और इससे पहले भी प्रिया ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। जिसमें 2019 में पुणे में आयोजित खेलों इंडिया में गोल्ड मेडल, 2019 में दिल्ली में आयोजित 17वीं स्कूल गेम्स में गोल्ड और 2020 में पटना में आयोजित नेशनल कैडेट चैंपियनशिप में गोल्ड, 2021 में हंगरी में आयोजित विश्व केडैट कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल के साथ अनेक उपलब्धियां शामिल हैं।
अंशु मलिक को देखकर कुश्ती खेलना शुरू किया
प्रिया के पिता जयभगवान आर्मी से रिटायर होने के बाद स्पेशल पुलिस आफिसर की नौकरी कर रहे हैं। जयभगवान ने बेटी की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए बताया कि साल 2017 में जब प्रिया सातवीं कक्षा में पढ़ती थी, तब उसने कुश्ती खेलना शुरू किया। वह टीवी पर निडानी गांव की पहलवान अंशु मलिक का टीवी पर मुकाबला देख रही थी, तब उसने अपने पापा से कहा कि वह भी कुश्ती करेगी। जिसके बाद उसके पापा ने स्कूल में उसकी ट्रेनिंग शुरू कराई। प्रिया के चाचा राकेश मलिक आर्मी में सूबेदार हैं और कुश्ती के कोच हैं। प्रिया का लक्ष्य 2024 में ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है।
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