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    अमृत सरोवरों में पानी को शुद्ध करेंगे प्लांट, प्राकृतिक तरीके से शुद्ध होकर तालाब में पहुंचेगा पानी

    By Anurag ShuklaEdited By:
    Updated: Thu, 28 Jul 2022 09:50 AM (IST)

    हरियाणा में अमृत सरोवरों में पानी को शुद्ध किया जाएगा। इसके लिए प्‍लांट लगाया जाएगा। ताकि शुद्ध पानी को फिर से किसी काम में लिया जा सके। तालाब के पास ...और पढ़ें

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    अमृत सरोवरों में पानी को शुद्ध करने के लिए प्‍लांट लगाए जाएंगे। फाइल फोटो

    कुरुक्षेत्र, [विनोद चौधरी]। हरियाणा में बनाए जा रहे अमृत सरोवरों में पहुंचने वाला पानी बहुत हद कर शुद्ध होकर पहुंचेगा। इसके लिए अमृत सरोवरों के किनारों पर कंस्ट्रक्टिव वेटलैंड तैयार किए जाएंगे। इसमें कुछ खास तरह के प्लांट लगाए जाएंगे जो तालाब में पहुंचने वाले दूषित पानी को बहुत हद तक स्वच्छ करके आगे भेजेंगे। इस प्राकृतिक ट्रीटमेंट के बाद पानी में बदबू भी नहीं रहेगी और यह बहुत हद तक सिंचाई व अन्य कामों में उपयोग के लायक होगा। इस योजना से बहुत हद तक पानी को दोबारा उपयोग के लायक बनाकर पानी को बचाया जा सकेगा।

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    गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से जल संरक्षण को लेकर महत्वाकांक्षी योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत तालाबों को अमृत सरोवर में बदला जा रहा है। इस योजना के तहत कुरुक्षेत्र में अगले एक साल भर में 75 तालाबों को अमृत सरोवर में बदलना है। प्रथम चरण में इनमें से 36 पर काम भी शुरू हो गया है।

    ट्रीटमेंट के बाद तालाब में भेजा जाएगा पानी

    इस योजना के तहत तैयार किए जा रहे अमृत सरोवरों में पहुंचने वाली पानी को स्वच्छ करने की योजना तैयार की गई है। इसके लिए तालाब के पास ही एक कंस्ट्रक्टिव वेटलैंड तैयार किया जाएगा। गांव भर से नालियों से पहुंचने वाले पानी को सबसे पहले एक टैंक में छोड़ा जाएगा, जिसमें पानी पत्थरों के बीच से फिल्टर होकर आगे निकलेगा। इसके बाद यह खास तरह के प्लांट से शुद्ध किया जाएगा। इस टैंक में क्याना, कोलेशिया, करिबावीड, डकवीड, रीड प्लांट, केली जैसे पौधे व क्रिमसान फाउंटेन ग्रास लगाए जाएंगे। इन पौधों को उगाने के लिए मिट्टी की जरूरत नहीं होती। यह दूषित पानी से ही अपना भोजन लेते हैं और पानी को प्राकृतिक रूप से स्वच्छ करते हैं। यह पानी प्लांट में पहुंचने पर पौधे की जड़ें पानी में घुले नाइट्रेट और फास्फेट को अवशोषित कर लेते हैं।

    प्राकृतिक विधि से स्वच्छ किया जाएगा पानी

    पंचायती विभाग के एक्सईएन विरेंद्र चौहान ने बताया कि अमृत सरोवर में भेजने से पानी को प्राकृतिक विधि से ही स्वच्छ किया जाएगा। इसके लिए सरोवरों के किनारे कंस्ट्रक्टिव वेटलैंड तैयार किए जाएंगे। इनमें कई तरह के ऐसे प्लांट लगाए जाएंगे जो दूषित से पानी से अपना भोजन लेकर पानी को स्वच्छ करने का काम करते हैं।