हरियाणा में भारी बारिश से बढ़ा नदियों का जलस्तर, कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात; जींद में 10 घंटे तक बरसे बादल
हरियाणा में पहाड़ों से मैदानों तक भारी वर्षा हुई जिससे यमुना नदी में जलस्तर बढ़ गया। जींद में सबसे अधिक 170 मिमी वर्षा दर्ज की गई जिससे बाढ़ जैसे हालात हो गए और घरों में पानी भर गया। हथनीकुंड बैराज पर जल बहाव 80681 क्यूसेक रहा। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक 20 जिलों में वर्षा होने की संभावना जताई है।

जागरण टीम, पानीपत। पहाड़ों से मैदान तक वीरवार को झमाझम वर्षा हुई। यमुना नदी में सीजन का सर्वाधिक 80681 क्यूसेक जल बहाव रिकॉर्ड किया गया। जींद में सर्वाधिक 170 एमएम वर्षा हुई। यह किसी शहर में एक दिन में सीजन की सर्वाधिक वर्षा है।
कैथल, पानीपत, अंबाला, यमुनानगर, करनाल और अंबाला में बूंदाबांदी हुई। वीरवार को हथनीकुंड बैराज पर सर्वाधिक 80681 क्यूसेक पानी का बहाव दर्ज किया गया।
एक बजे के आसपास यह आंकड़ा 61465 क्यूसेक था, जो लगातार बढ़ता गया। यमुना नदी में 65861 क्यूसेक, पश्चिमी यमुना नहर में 13310 क्यूसेक और पूर्वी यमुना नहर में 1510 क्यूसेक पानी का बहाव रहा है।
इस पानी का दिल्ली तक पहुंचना 24 घंटे के भीतर संभव है। वहीं, जींद शहर में करीब 10 घंटे तक वर्षा हुई। कुल 170 एमएम वर्षा हुई। जींद शहर में हुई भारी वर्षा से मुख्य मार्गों और कालोनियों के अंदर बाढ़ जैसे हालात बन गए। कई घरों में पानी घुस गया। जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय, एचएसवीपी कार्यालय में पानी भर गया। अंडरपास भी पानी से भर गए।
यलो अलर्ट: पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़ व रेवाड़ी। इन जिलों में आज वर्षा की संभावना हिसार, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पानीपत, सोनीपत, जींद, सिरसा व फतेहाबाद।
17 जिलों में जमकर बरसे बादल
हरियाणा में मौसम में बदलाव के साथ ही कई जिलों में बुधवार रात से लगातार वर्षा हो रही है। प्रदेश के 17 जिलों में तेज और मध्यम वर्षा हुई। इससे कई जगहों पर जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। वहीं नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ा है।
मौसम विज्ञानियों ने शुक्रवार को भी प्रदेश के 20 जिलों में वर्षा होने की संभावना व्यक्त की है। इसके साथ ही सात जिलों में तेज वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं लगातार वर्षा के चलते तापमान में छह डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग की तरफ से बंगाल की खड़ी के चलते नमी वाली हवाओं से मौसम में बदलाव की संभावना व्यक्त की थी। बुधवार रात को ही मौसम में बदलाव हुआ और रोहतक सहित कई जिलों में वर्षा शुरू हो गई थी। वीरवार सुबह हिसार में सुबह साढ़े नौ बजे वर्षा शुरू हुई। मौसम विज्ञानियों के अनुसार 16 अगस्त तक ऐसा ही मौसम बना रह सकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।