विश्व में पहले स्थान पर पहुंची विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद के विद्यार्थियों की संख्या, 67 देशों से जुड़े विद्यार्थी
विश्व में पहले स्थान पर पहुंची विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद के पूर्व विद्यार्थियों की संख्या। विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद में करीब साढ़े आठ लाख पूर्व विद्यार्थी हुए पंजीकृत। विश्व भर के 67 देशों से परिषद में जुड़े है पूर्व विद्यार्थी।

कुरुक्षेत्र, [विनोद चौधरी]। विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद के सदस्यों की संख्या साढे आठ लाख रुपये के पार पहुंच गई है। परिषद के साथ विश्व भर के 67 देशों में बसे पूर्व विद्यार्थी जुड़े हैं। इनमें सबसे ज्यादा यूनाइटेड स्टेट आफ अमेरिका से 178 और यूनाइटेड किंगडम से 50 विद्यार्थी जुड़े हैं।
इतना ही नहीं आस्ट्रेलिया से 27 और कनाडा से 50 पूर्व विद्यार्थी जुड़े हुए हैं। पूर्व विद्यार्थी की संख्या 850381 पहुंचने पर छात्र परिषद के पदाधिकारियों और इससे जुड़े सदस्यों में खुशी की लहर है। इस संख्या के साथ ही विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद विश्व भर में सबसे अधिक पंजीकृत पूर्व विद्यार्थियों के साथ पहले स्थान पर पहुंच गई है।
19 देशों के 12 हजार पूर्व छात्रों ने किया था पंजीकरण
गौरतलब है कि विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद ने साल 2020 में 17 अक्टूबर को मेरा स्कूल मेरा गौरव नाम से आनलाइन पंजीकरण अभियान चलाया था। अभियान के पहले ही दिन 19 देशों के 12 हजार पूर्व छात्रों ने अपना पंजीकरण किया था। इसके बाद 20 नवंबर तक पंजीकरण संख्या 3.12 लाख तक पहुंचने पर विश्व भर में दूसरे स्थान पर पहुंच गई थी और 30 नवंबर को परिषद की पंजीकरण संख्या पहले स्थान पर पहुंच गई थी। इससे पहले अमेरिका की पेन यूनिवर्सिटी के 3.54 लाख के पंजीकृत सदस्य थे। विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद ने उसे पछाड़ कर पहला स्थान हासिल कर लिया था।
इन देशों से भी जुड़े पूर्व विद्यार्थी
विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद के साथ अलबानिया, अलजिरिया, बहरीन, बेल्जियम, कंबोडिया, फ्रांस, गुयाना, जापान, मलेशिया, न्यूजीलैंड, नाइजीरिया, सउदी अरब, यूक्रेन और वियतनाम सिंह 67 देशों से पूर्व विद्यार्थी जुड़े हुए हैं।
लिम्का बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड के लिए भी किया है आवेदन
परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. पंकज शर्मा ने बताया कि पंजीकृत पूर्व छात्रों की संख्या पहले स्थान पर पहुंचने के बाद उन्होंने लिम्का बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड के लिए भी आवेदन किया है। अब तक परिषद के पोर्टल पर 850381 सदस्यों ने पंजीकरण करवाया है। इतना ही नहीं परिषद ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के लिए भी ईमेल से आवेदन किया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।