Vande Bharat Train: अहमदाबाद-मुंबई के बीच वंदे भारत का ट्रायल पूरा, नवरात्र पर पीएम मोदी दिखा सकते हैं हरी झंडी
वंदे भारत ट्रेन का सफल ट्रायल हुआ। नवरात्र में पीएम नरेन्द्र मोदी हरी झंडी दिखा सकते हैं। 2022 में छह और रैक पटरी पर दौडऩे लगेंगे। अहमदाबाद से मुंबई के बीच दौड़ाई जा सकती है। रेल मंत्रालय की आधिकारिक घोषणा का इंतजार। दूसरे रैक बनाने के कार्य ने पकड़ी रफ्तार।

अंबाला, [दीपक बहल]। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आइसीएफ) चेन्नई में तैयार हुई वंदे भारत एक्सप्रेस के वर्जन टू का सफल ट्रायल होने के बाद अब इसे चलाने की तैयारी की जा रही है। गुजरात के अहमदाबाद से मुंबई के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस को दौड़ाया जा सकता है। नवरात्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस गाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
आधिकारिक घोषणा बाकी
रेल मंत्रालय ने इसके लिए आधिकारिक घोषणा तो नहीं की है, लेकिन 30 सितंबर की तिथि बताई जा रही है। मोदी से समय मिलने के बाद रेल मंत्रालय इसकी औपचारिक घोषणा करेगा। इब इसी साल छह और वंदे भारत एक्सप्रेस पटरी पर दौड़ाने का लक्ष्य है।
आधुनिक सुविधाओं से लैस है ट्रेन
अक्टूबर के पहले सप्ताह एक और वंदे भारत एक्सप्रेस का रैक ट्रायल के लिए पटरी पर लाया जाएगा। वंदे भारत एक्सप्रेस आधुनिक सुविधाओं और तकनीक से लैस है। इसको ट्रायल के लिए चेन्नई से चंडीगढ़-लुधियाना रेल सेक्शन के लिए रवाना किया गया।
इस तरह हुई ट्रायल की शुरुआत
चेन्नई से यह ट्रेन 80 किलोमीटर (किमी) प्रतिघंटा की रफ्तार से चंडीगढ़ पहुंची थी। करीब 95 टन सामान ट्रेन में रखा जा चुका है, जिसे 115 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चंडीगढ़-लुधियाना रेल सेक्शन में दौड़ाकर चेक किया गया। अलग-अलग स्पीड में ट्रायल किए गए, जिसमें लोडेड और अनलोडेड दोनों तरह की ट्रेन शामिल थी।
180 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार का ट्रायल
इस बीच संरचना में सामने आया कि खाली ट्रेन जंपिंग नहीं की, जबकि इमरजेंसी ब्रेक भी सही रही। इसके बाद ट्रेन को राजस्थान के कोटा से मध्य प्रदेश के नागदा सेक्शन पर भी 180 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रायल किया गया।
अहमदाबाद से सूरत दो घंटे 32 मिनट में
तीसरा ट्रायल अहमदाबाद-मुंबई के बीच में हुआ। अहमदाबाद से सूरत की दूरी दो घंटे 32 मिनट में पूरी की, जबकि शताब्दी सहित अन्य में तीन घंटे या इससे अधिक का समय इस रूट पर लगता है। अहमदाबाद से मुंबई के बीच पांच घंटे दस मिनट में 492 किलोमीटर का सफर तय किया। इस ट्रेन ने महज 52 सैकेंड में सौ किलोमीटर की रफ्तार वंदे भारत एक्सप्रेस ने पकड़ ली थी। बता दें कि नई दिल्ली से वाराणसी के बीच पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी।
नई दिल्ली से चंडीगढ़ और अमृतसर के बीच भी पाइपलाइन में है यह ट्रेन
इस साल छह और रैक तैयार कर पटरी पर उतारने का लक्ष्य रखा गया है। बीते दिनों जिस वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल सफल हुआ है, उसे अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलाया जा सकता है, जबकि नई तैयार होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से चंडीगढ़, अमृतसर और लखनऊ के बीच दौड़ाई जा सकती है। चेन्नई के साथ दूसरी रेल कोच फैक्ट्रियों में भी वंदे भारत टू वर्जन तैयार किया जाएगा।
कुछ खास है वर्जन टू
वंदे भारत एक्सप्रेस वर्जन टू में कई आधुनिक सुविधाएं हैं। इसके तहत रेक्लाइनिंग सीट पुशबैक के साथ, स्मोक सेंसर, लोको पायलट से बात करने को माइक व स्विच लगाए हैं, ट्रेन रोकने को पुशबटन हैं, पावर फेल होने पर भी तीन घंटे लाइट आन रहेगी। इसके अलावा पैसेंजर इनफार्मेशन सिस्टम व आग लगने की स्थिति में दरवाजे व खिड़कियां खोलना आसान किया गया है।
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