हरियाणा में धड़ल्ले से चल रहा था ब्रांडेड कंपनियों की नकली दवा बनाने का खेल, एक गलती और खुल गई पोल
उत्तराखंड एसटीएफ ने पानीपत के एक दंपति को नकली दवाइयां बेचने के आरोप में जीरकपुर से गिरफ्तार किया है। दंपति पर पहले भी पानीपत और उत्तराखंड में ऐसे मामले दर्ज हैं। एसटीएफ अब उनसे पूछताछ करेगी कि उन्होंने यह धंधा कब शुरू किया और उनके साथ और कौन लोग शामिल हैं।

जागरण संवाददाता, पानीपत। उत्तराखंड एसटीएफ ने पूर्व में पानीपत निवासी दंपती को ब्रांडेड कंपनियों की नकली दवा बनाकर बाजार में बेचने के आरोप में जीरकपुर से गिरफ्तार किया। दंपती पर पानीपत व उत्तराखंड में नकली दवाइयां बेचने को लेकर पहले से मामले दर्ज हैं।
एसटीएफ अब आरोपितों से पूछताछ करेगी कि उन्होंने यह काम कब से शुरू किया था और कहां-कहां पर नकली दवाइयां बेचने के लिए मार्केट सर्च की थी। उनके साथ और कितने लोग जुड़े हुए हैं।
गौरतलब है कि पूर्व में मॉडल टाउन निवासी प्रदीप कुमार संजय चौक स्थित निजी अस्पताल में एपी मेडिकल कालेज के नाम से स्टोर चलाता था। ब्रांडेड कंपनियों की नकली दवाइयां बेचने के आरोप में उसके खिलाफ कई शिकायतें की गई थीं।
कोरोना काल में रेमडी सिवर के नकली इंजेक्शन बेचकर लोगों से भी बड़ी ठगी की थी। आरोपित के खिलाफ पानीपत में कई मामले दर्ज होने के बाद वह फरार हो गया। उसके बाद पंजाब के जीरकपुर में अपना ठिकाना बना लिया।
इसके बाद भी उन्होंने यह धंधा नहीं छोड़ा। उत्तराखंड क्षेत्र में कई मामले प्रदीप व उसकी पत्नी श्रुति डाबर से जुड़े सामने आए। उत्तराखंड पुलिस ने आरोपित को पकड़ने के लिए एसटीएफ गठित की।
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