जैन संतों ने महासाध्वी कुसुम प्रभा को समर्पित की आदर की चादर Panipat News
पानीपत में चादर महोत्सव आयोजित किया गया। इसमें महासाध्वी कुसुम प्रभा को उपप्रवर्तिनी पद की चादर प्रदान की गई। ...और पढ़ें

पानीपत, जेएनएन। श्रद्धा की ये चादर धागों से नहीं बनी है। आशीर्वाद, स्नेह व धर्म जगत की मर्यादा है। आचार्य शिव मुनि की आज्ञा का पालन कर आदर की चादर महासाध्वी ज्ञान ज्योति कुसुम प्रभा को समर्पित किया जा रहा है। सेक्टर 25 बाइपास स्थित एक निजी गार्डन में उप प्रवर्तिनी चादर महोत्सव के दौरान यह बात जैन संत आचार्य सुभद्र मुनि ने कही।
उन्होंने कहा कि यह महोत्सव उप प्रवर्तिनी पद की चादर प्रदान करने का है। धर्म जगत का यह विशिष्ट कार्य है। कोई संस्था, समाज व राष्ट्र नेता व नेतृत्व के बिना नहीं चलता है। धर्म साधना..संयम साधना इन सब धर्म कार्य को प्रवर्तित करने व मार्ग दिखाने के लिए नेतृत्व चाहिए। राष्ट्र का एक नेता होता है। नेता के नीचे मंत्रिमंडल, उप व सह मंत्री होता है। इसके बाद प्रदेशों के नेता व मंत्री होते हैं। ये राजनीति की व्यवस्था है। समाज में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के पद होते हैं, जिनसे समाज की व्यवस्थाएं चलाई जाती है। धर्म जगत में जितने संघ हैं उन संघों का अपना नेता होता है। उस सर्वोच्च नेता को आचार्य कहते हैं। वर्तमान में पूरे देशभर में सबसे बड़ी धर्म संस्था श्रमण संघ है। इसके सर्वोच्च नेता आचार्य सम्राट शिव मुनि हैं। सभी इनकी आज्ञा का पालन करते हैं।
पत्र में लिखा संदेश पढ़ कर सुनाया
आचार्य श्री जी महाराज की आज्ञा से कुसुम प्रभा को उपप्रवर्तिनी पद से सुशोभित करता हूं। कृप्या इस सम्मान को स्वीकार करें। उत्तर भारत के प्रर्वतक सुमन मुनि की तरफ से ये चादर उन्हें भेंट कर रहा हूं।
तप और संयम से कुंदन बनीं
आचार्य सुभद्र मुनि ने कहा कि श्रमण संघ में 46 साध्वियां हैं। महासाध्वी कुसुम प्रभा को इतना बड़ा दायित्व दिया गया है। श्रद्धा का चादर उन्हें समर्पित किया गया। इस पद से सुशोभित होने के बाद बोलना कम और संकेत ज्यादा करना होगा। साध्वियां उनकी आज्ञा का पालन करेंगी। तप और संयम की बदौलत उन्होंने जीवन को कुंदन बनाया है। आप पूरी खंड सभा का मार्गदर्शन करें। सारा श्रमण संघ आपके साथ है। आप धर्म जगत को आगे की तरफ ले जाएं। संघ ने सदैव संतों का आदर किया।
रायकोट से आई चादर
समारोह में कई श्री संघों से चादर आई। उत्तर भारत के प्रवर्तक सुमन मुनि सहित जैन मुनियों ने रायकोट, जम्मू और पानीपत की चादर महासाध्वी कुसुम प्रभा को भेंट की गई। चादर भेंट करने के दौरान हॉल में उपस्थित जैन समाज के लोग कुर्सियों पर से उठ कर मंच के पास चले गए। मंच से बार बार आवाज लगा कर उन्हें अनुशासन बनाए रखने के लिए कहा गया। रायकोट से मुकुट रूपी चादर सौंपी गई। पीयूष मुनि, गौरव मुनि, अमित मुनि, नरेंद्र मुनि, प्रेम मुनि, सयंमेष मुनि, अभिनव मुनि, विकास मुनि व श्रेयांश मुनि इस महोत्सव के साक्षी बनें।
संयम स्वर्ण जयंती उत्सव मना
महासाधवी प्रतिभा कुमारी की संयम स्वर्ण जयंती सहित तप ज्योति साध्वी सर्वज्ञ प्रभा, साध्वी सुप्रभा व साध्वी स्मृति की संयम रजत जयंती मनाई गई।
गुरु भक्तों ने किया 18 दरबार का अनावरण
समारोह के दौरान गुरु भक्तों ने 18 दरबार (नवकार दरबार, भगवान महावीर दरबार, रूप दरबार, फकीर दरबार, आत्म दरबार, आनंद दरबार, आत्म दरबार, शिव दरबार, सुभद्र दरबार, चंद्र दरबार, ओम दरबार...) का अनावरण किया।
मेयर ने लिया आशीर्वाद
मेयर अवनीत कौर अपने पिता पूर्व मेयर भूपेंद्र ङ्क्षसह के साथ समारोह में पहुंची। आचार्य सुभद्र मुनि और महासाध्वी कुसुम प्रभा से आशीर्वाद लिया। पूर्व मंत्री ओपी जैन, कांग्रेस प्रत्याशी संजय अग्रवाल, पूर्व सांसद सतपाल जैन, कनाडा से आए डॉ. हरीश वर्मा, पंचकूला से शील कुमार जैन, डॉ. राजेंद्र वर्मा, सलेख चंद जैन व संदीप जैन ने भी आशीर्वाद लिया।
चंदन बाघा महिला मंडल ने नाटिका की प्रस्तुति दी
चादर समारोह के दौरान दिल्ली की चंदन बाघा महिला मंडल ने नाटिका की प्रस्तुति दी। प्रधान शिल्पा जैन ने बताया कि महासाध्वी कुसुम प्रभा के जीवन पर आधारित नाटक की प्रस्तुति कविता व ललिता ने दी।
ये रहे मौजूद
महोत्सव में एसएस जैन सभा गांधी मंडी के प्रधान जगदीश जैन, विनय जैन, गौतम जैन, गौरव जैन, ईश्वर जैन, राजेंद्र जैन, सुरेश जैन, सुभाष जैन, विजय जैन, व विरेंद्र जैन मौजूद रहें।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।