उपायुक्त ने किया अनाज मंडी का दौरा, कैंटीन के खाने का लिया स्वाद तो दिया उपहार
जागरण संवाददाता समालखा उपायुक्त सुशील सारवान ने गेहूं खरीद को लेकर अनाज मंडी का दौरा

जागरण संवाददाता, समालखा : उपायुक्त सुशील सारवान ने गेहूं खरीद को लेकर अनाज मंडी का दौरा किया। कर्मचारियों से सफाई, पानी, बिजली आदि सुविधा जानकारी ली। खरीद एजेंसियों सहित लिफ्टिग के बारे में पूछा। कैंटीन में बैठकर खाना खाया। खाना की तारीफ की। एसएचजी की महिलाओं को उपहार में इनाम दिया। समस्याएं सुनी और निदान का भरोसा दिया।
दोपहर दो बजे के करीब अनाज मंडी पहुंचे उपायुक्त ने पहले मार्केट कमेटी दफ्तर के कर्मचारियों से सुविधाओं और व्यवस्थाओं की जानकारी ली। कमेटी सचिव के लंबे छुट्टी पर होने के बारे में जोनल प्रशासक से बात की। छुट्टी रद करने को कहा। पिछले साल की खरीद का डाटा लिया। बिजली, शौचालय, सफाई, पानी व्यवस्था को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
लोगों ने सुनाई समस्याए
एसएसजी की महिलाओं ने जहां कैंटीन में सफाई और शौच की समस्याएं बताई। वहीं आढ़ती एसोसिएशन के उपप्रधान जयपाल छौक्कर ने एसोसिएशन की परेशानी उनसे साझा किया। महिलाओं का कहना है कि वे सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक यहां रहती है। उस दौरान उन्हें शौच की समस्या होती है। सुबह में खुद परिसर की समस्या करनी पड़ती है। उपप्रधान जयपाल छौक्कर ने कहा कि बारदाने की कमी है। पिछले साल भी दिक्कत हुई थी। उन्होंने सफाई, पानी और बिजली व्यवस्था पर भी नाराजगी जताई। साथ ही कहा कि पहले दर्जन के करीब सफाई कर्मी थे अब पांच लगे हैं।
बंद पड़े हैं वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम
अनाज मंडी में चंद वर्ष पहले बने करीब आधा दर्जन वाटर हार्वस्टिग सिस्टम जन्म के समय से ही बंद पड़े हैं। हल्की बूंदाबांदी में भी मंडी में जलभराव होता है। सड़क तालाब का रूप ले लेता है। किसानों के सोना को भारी नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि मार्केटिग बोर्ड के एसडीओ सभी समस्याओं को निदान करेंगे।
सफाई कर्मचारियों की नहीं सुनी बात
ठेकेदार के सफाई कर्मी राकेश, अमीत, संजीव, वजिदर व नरेश ने बताया कि उन्हें चार माह से दिहाड़ी नहीं मिली है। ठेकेदार उनका पीएफ भी जमा नहीं करता है। पहले कर्मचारियों की संख्या अधिक थी, जो कम कर दी गई है। संख्या बल कम होने से सफाई में दिक्कत आ रही है।
अटल, किसान-मजदूर कैंटीन में लिया खाने का स्वाद
उपायुक्त ने मार्केट कमेटी के कर्मचारियों से एसएचजी की महिलाओं की कैंटीन के बारे में जानकारी ली। उनके द्वारा चालू होने की बात कहते ही खाना मंगाने को कहा। फिर स्वयं कैंटीन में बैठकर चपाती, चावल, दाल, सलाद आदि का स्वाद लिया। कुछ निर्देश भी दिए। खाने की तारीफ की। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को पांच सौ रुपये इनाम भी दिया। इस मौके पर उनके साथ जिला परिषद के अतिरिक्त सीईओ रविन्द्र मलिक, नायब तहसीलदार राहुल राठी भी उपस्थित थे।

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