शुगर मिल का टेंडर लगाया, अगले महीने वर्क ऑर्डर
डाहर गांव में 73 एकड़ में शुगर मिल और डिस्टलरी लगाने का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश सरकार ने 446 करोड़ रुपये का बजट मंजूर कर दिया है।
जगमहेंद्र सरोहा, पानीपत
डाहर गांव में 73 एकड़ में शुगर मिल और डिस्टलरी लगाने का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश सरकार ने 446 करोड़ रुपये का बजट मंजूर कर दिया है। शुगर मिल का 372 करोड़ और डिस्टलरी के 74 करोड़ रुपये का बजट है। दोनों के अलग-अलग टेंडर लगा दिए गए हैं। टेंडर 10 सितंबर को फाइनल किए जाएंगे। शुगर मिल में खोई से 20 मेगावाट बिजली उत्पादन संयंत्र लगाने का भी प्रस्ताव है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 18 अक्तूबर 2015 को डाहर गांव में इसकी आधारशिला रखी थी। सरकार इसके बाद शुगर मिल को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पर देने पर विचार करने लगी लेकिन कोई भी कंपनी सरकार के रेट पर काम करने को तैयार नहीं हुई।
मिल की चेयरपर्सन एवं डीसी सुमेधा कटारिया से अनुमति लेकर शुगर मिल और डिस्टलरी के अलग-अलग टेंडर लगाए हैं। डिस्टलरी के 73 करोड़ रुपये के टेंडर की टेक्नीकल बिड 6 और शुगर मिल के 372 करोड़ के टेंडर की टेक्नीकल बिड 7 सितंबर को खोली जाएगी। इसके बाद 10 सितंबर को फाइनेंसियल बिड खोली जाएगी। फाइनेंसियल बिड में टेंडर फाइनल होने के बाद वर्क ऑर्डर दिया जाएगा। संबंधित कंपनी को इसके 11 महीने में काम पूरा करना होगा।
इसलिए है नए मिल की जरूरत : गोहाना रोड स्थित शुगर मिल प्रतिदिन 18000 क्विंटल गन्ने की पेराई कर पाता है। सीजन में मुश्किल से 28 लाख क्विंटल गन्ना ही पेराई हो जाता है। जिले में करीब 65 लाख क्विंटल गन्ना उत्पादन होता है। नए शुगर मिल की कैपेसिटी 70 लाख क्विंटल तक है।
किसानों को दूसरी मिलों में जाना पड़ता था : मिल की कैपेसिटी पूरी न होने पर जिले के किसानों को दूसरे जिलों की शुगर मिल में गन्ना लेकर जाना पड़ता था। इस बार जिला के किसानों को नारायणगढ़, महम और शाहाबाद में गन्ना भेजने की कही थी। किसानों ने अपने खर्च पर मिल में गन्ना पहुंचाया था। कुछ किसान उप्र में गन्ना ले गए थे। जिला के किसान मिल की पेराई कैपेसिटी पूरी न होने पर परेशान हैं। काफी किसानों ने गन्ने की फसल को छोड़ दिया है। सरकार शुगर मिल का काम शुरू कराने में पहले से ही लेट हो गई है। इस काम को ओर लेट नहीं करना चाहिए।
¨बटू मलिक, पूर्व जिला उपाध्यक्ष, भाकियू। डाहर गांव में शुगर मिल और डिस्टलरी के 446 करोड़ रुपये के टेंडर लगा दिए हैं। शुगर मिल की चेयरमैन एवं डीसी से प्री-बिड को लेकर चर्चा कर ली गई है। शुगर मिल और डिस्टलरी का काम समय पर पूरा कराया जाएगा।
बीर ¨सह, एमडी शुगर मिल, पानीपत।
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