सरकारी स्कूलों में लगी क्लास, सीबीएसई स्कूलों में समाधान चर्चा
जागरण संवाददाता पानीपत केंद्र सरकार ने 15 अक्टूबर से कक्षा नौ से 12 तक की कक्षाओं का सं
जागरण संवाददाता, पानीपत : केंद्र सरकार ने 15 अक्टूबर से कक्षा नौ से 12 तक की कक्षाओं का संचालन करने की घोषणा की है। इस पर अंतिम निर्णय पूर्ण रूप से राज्य सरकार पर छोड़ा गया है। प्रदेश सरकार ने वीरवार से कक्षा नौ से 12 तक के संचालन का किसी प्रकार का आदेश जारी नहीं किया। इसके बाद भी सरकारी स्कूलों में वीरवार को कक्षाओं का संचालन किया गया।
राजकीय स्कूलों में वीरवार को नौ से 12 तक की कक्षाओं का संचालन किया गया। सरकारी स्कूलों में कमरों के साथ अन्य संसाधनों का अभाव है। केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार एक कमरे में 20 से अधिक विद्यार्थियों को नहीं बैठाया जा सकता है। इसके बावजूद सरकारी विद्यालयों के छोटे-छोटे कमरों में बैठे विद्यार्थियों के बीच शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया गया। शहर के कृष्णपुरा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दो शिफ्टों में चलता है। विद्यालय की तरफ से कक्षा नौ से 12 तक के विद्यार्थियों को स्कूल आने का मैसेज किया गया। इसके बाद वीरवार को विद्यालय की कक्षा 12 में 75 फीसद, कक्षा 11 में 40 फीसद, कक्षा 10 में 72 फीसद और कक्षा नौ में 38 फीसद विद्यार्थी उपस्थित हुए। प्रधानाचार्य पवन सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से कक्षाओं के संचालन के संबंध में किसी प्रकार का आदेश प्राप्त नहीं हुआ है।
सीबीएसई में नहीं किया कक्षाओं का संचालन
एसडीवीएम स्कूल की प्रधानाचार्य सबिता चौधरी ने बताया कि कक्षाओं के संचालन के संबंध में प्रदेश सरकार की ओर से अभी तक किसी प्रकार की गाइडलाइन प्राप्त नहीं हुई है। बिना लिखित आदेश के कक्षाओं का संचालन नहीं किया जा सकता है। इसलिए वीरवार को भी पूर्व की भांति ही कक्षा नौ से 12 तक के विद्यार्थियों को डाउट क्लीयर करने के लिए बुलाया गया। वीरवार को मात्र पांच विद्यार्थी स्कूल आए।
कक्षाएं नहीं लगाई जा सकती
डीईओ रमेश कुमार ने कहा कि अभी तक कक्षाओं के संचालन के संबंध में कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। किसी भी विद्यालय को कक्षाओं के संचालन की अनुमति नहीं है। आदेश प्राप्त होने पर निर्देशों के अनुसार कक्षाओं का संचालन किया जाएगा।
घर दुखी हो गए थे, स्कूल आकर अच्छा लगा
उग्राखेड़ी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की सुहानी ने बताया कि लॉकडाउन के कारण घर पर रहते हुए अब दुखी हो चुके थे। बीते कुछ दिनों से अपनी-अपनी समस्याओं के समाधान के लिए स्कूल आ रहे थे, लेकिन कक्षा नहीं लग रही थी। कक्षा में अन्य साथियों के साथ बैठ और पढ़कर अच्छा लगा।
अच्छे से समझ नहीं आई ऑनलाइन पढ़ाई
उग्राखेड़ी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की सतवती ने बताया कि घर पर ऑनलाइन पढ़ाई तो कर रहे थे, लेकिन पढ़ाई पूरी तरह समझ नहीं आ रही थी। स्कूल में शिक्षक से साथ के साथ समस्या का हल हो जाता है। ऑनलाइन में कक्षा के बाद से स्कूल आकर पूछना पड़ता है। जिससे सवाल अच्छे से याद नहीं रहते हैं।
अब नहीं चाहिए छुट्टी
कृष्णपुरा स्थित सदानंद बाल विद्या मंदिर सीनियर सेकेंड्री स्कूल की कक्षा 12 की छात्रा सिमरन ने कहा कि अब रविवार के अलावा किसी दिन की छुट्टी नहीं चाहिए। सात माह घर में रहकर बोर हो चुके हैं। अब पढ़ाई करने का मन है। स्कूल आकर अच्छा लगा।
अब घर से अच्छा लग रहा स्कूल
कक्षा 12 की शीतल ने कहा कि कोविड-19 से पहले स्कूल आना इतना अच्छा नहीं लगता था, लेकिन बीते सात माह घर में रहकर अब स्कूल अच्छा लगने लगा है। ऑनलाइन पढ़ाई भी ठीक है, लेकिन स्कूल और कक्षा से बेहतर नहीं है। अब स्कूलों संचालन नियमित होना चाहिए।