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विद्यार्थियों ने कहानी सुन जाना, कैसे करें स्वाधीनता संग्राम के आदर्शों का पालन

जीटी रोड स्थित आर्य बाल भारती पब्लिक स्कूल में दैनिक जागरण की ओर से आयोजित संस्कारशाला अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रिसिपल रेखा शर्मा ने बच्चों को हम तो चले घूमने कहानी पढ़कर सुनाई। कहानी सुनने के बाद बच्चे उत्साहित भी दिखे। उन्होंने प्रिसिपल से कहानी को लेकर सवाल जवाब भी किए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 11:17 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 11:17 PM (IST)
विद्यार्थियों ने कहानी सुन जाना, कैसे करें स्वाधीनता संग्राम के आदर्शों का पालन
विद्यार्थियों ने कहानी सुन जाना, कैसे करें स्वाधीनता संग्राम के आदर्शों का पालन

जागरण संवाददाता, पानीपत : जीटी रोड स्थित आर्य बाल भारती पब्लिक स्कूल में दैनिक जागरण की ओर से आयोजित संस्कारशाला अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रिसिपल रेखा शर्मा ने बच्चों को हम तो चले घूमने कहानी पढ़कर सुनाई। कहानी सुनने के बाद बच्चे उत्साहित भी दिखे। उन्होंने प्रिसिपल से कहानी को लेकर सवाल जवाब भी किए।

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प्रिसिपल रेखा शर्मा ने कहा कि दैनिक जागरण समय-समय पर सामाजिक मामलों को लेकर अभियान चलाता रहता है। इनमें से संस्कारशाला भी बेहद अहम है। कहानियों के माध्यम से स्कूलों छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाता है। उन्होंने कहा कि इस कहानी से केवल छात्रों को ही नहीं, बल्कि सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। अच्छा करने के लिए संसाधन अहम हो सकते हैं, लेकिन सब कुछ नहीं। कड़ी मेहनत से ही सफलता की सीढ़ी चढ़ी जा सकती है। प्रिसिपल ने कहा कि स्वाधीनता के आदर्शों को कायम रखना हमारा संवैधानिक कर्तव्य है। कुरीतियों को दूर करना भी एक आदर्श है। इसमें विद्यार्थी भी जागरूकता अभियान चला अहम रोल अदा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में हम सभी लोगों के कुछ कर्तव्य होते हैं। बच्चों का कर्तव्य है कि वह पूरी निष्ठा से पढ़ाई लिखाई करें। वहीं घर के जिम्मेदार का कर्तव्य होता है कि वह परिवार के सभी सदस्यों के देखभाल करने के साथ ही उनकी जरूरतों की पूर्ति करे। आगे चलकर हमारे भी परिवार और समाज के प्रति कर्तव्य होते हैं और हमें उनका निर्वाह पूरी निष्ठा के साथ करना चाहिए। अच्छा करने की सीख देती है कहानी--

छात्रा साक्षी ने कहा कि संस्कारशाला की कहानी हमारे हमें स्वाधीनता के संग्राम के आदर्शों का पालन करने के प्रति प्रेरित करती है। जो बताती है कि समाज में अनेक कुरीतियां होती है, जिसे मिलकर दूर किया जा सकता है। कहानी सुनकर बहुत अच्छा लगा। ऐसे कार्यक्रम समय समय पर होने से ज्ञान पढ़ता है। कहानी काफी प्रेरणाप्रद है --

छात्रा सौम्या ने कहा कि कहानी काफी प्रेरणाप्रद है। हमें स्वाधीनता संग्राम के आदर्शों का पालन करना चाहिए। हमारे देश को आजादी ऐसे ही नहीं मिली थी। बहुत लोगों ने इसके लिए अपने प्राण न्यौछावर किए हैं। हमें उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए।


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