पानीपत: समालखा में आवारा पशु पकड़ने का अभियान ठप, बेसहारा गाय हर रात बन रही हादसों की वजह
समालखा में गोशालाओं में जगह कम होने से आवारा पशु पकड़ने का अभियान धीमा पड़ गया है। अनाज मंडी और सड़कों पर घूम रहे पशु राहगीरों के लिए खतरा बने हुए हैं। धुंध के कारण दुर्घटनाओं का डर और बढ़ गया है। नगर परिषद गौशाला संचालकों से बात कर रही है ताकि अभियान को फिर से शुरू किया जा सके और समस्या का समाधान हो।

अनाज मंडी सहित सड़कों पर घूम रहे गोवंश (फोटो: जागरण)
जागरण संवाददाता, समालखा। गोशालाओं में जगह की कमी से बेसहारा पशुओं को पकड़ने का अभियान सस्त चल रहा है। नगर परिषद के अधिकारी गौशाला संचालकों से बातचीत कर रहे हैं। इसके बाद अभियान में गति आएगी।
उल्लेखनीय है कि शहर में साढ़े छह सौ अधिक पशु पकड़े जा चुके हैं। अभी सौ से डेढ़ पशु और बचे हैं। वे अनाज मंडी सहित सर्विस रोड और वार्डों में चौक-चौराहे व गलियों में घूम रहे हैं। राहगीरों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। हादसे का डर बना रहता है।
सर्दी का सीजन शुरू हो गया है। धुंध में पशुओं के रोड पर होने से वाहन चालकों को वह दूर से दिखाई नहीं देता है। एक सप्ताह पूर्व भी मनाना फ्लाईओवर पर गोवंश के सामने आने से बस और कैंटर की टक्कर हुई थी।
पिछले माह अनाज मंडी के सामने कार से टकराने से सांड की मौत हो गई थी। ठेकेदार सुभाष ने बताया कि दो दिनों में 20 पशु पकड़े हैं। नगर परिषद द्वारा गोशाला संचालकों से संपर्क किया जा रहा है।

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