Sidharth Shukla: दिल से हारे सिद्धार्थ शुक्ला, आप ये दो योगासन जरूर करें, हार्ट अटैक का खतरा होगा कम
बिग बास विजेता सिद्धार्थ शुक्ला की मौत ने बड़े संकट की ओर इशारा किया है। छोटी उम्र में हार्ट अटैक आना खतरे की घंटी। पानीपत में भी छोटी उम्र में हार्ट अटैक के केस आ रहे। जानिये बचने के लिए क्या करना चाहिए।
पानीपत, जागरण संवाददाता। बिग बास सीजन 13 के विजेता सिद्धार्थ शुक्ला दिल से हार गए। महज चालीस की उम्र में उनका हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया। इतनी छोटी उम्र में हार्ट अटैक आना हमारे सामने एक बड़े संकट का इशारा कर रहे हैं। दरअसल, हमारी जीवनशैली ऐसी हो गई है कि दिल खतरे में पड़ चुका है। पतंजलि योग समिति के तहसील मंडल प्रभारी बलवान सिंह ने बताया कि अगर हार्ट अटैक से बचना है तो कम से कम घर या पार्क में योगासन जरूर करें। दो योगासनों से आप हार्ट अटैक के खतरे को कम कर सकते हैं।
1. ताड़ासन
योग सेशन की शुरुआत में ताड़ासन करना चाहिए। शरीर को खोलता है। इस आसन को एक तरह से वार्मअप के लिए किया जाता है लेकिन ये बड़े काम का है। स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं को दूर कर देता है। शरीर में होने वाले दर्दों को ये आसन दूर करता है। रक्त संचार प्रणाली को बेहतर करता है।
ऐसे करना चाहिए
1- सीधे खड़े होकर दोनों टांगों के दूरी बना लें
2- कंधे ढीले छोड़ें, पीठ सीधी रखें, पंजों के बल खड़े हों
3- कमर पर खिंचाव करते हुए खुद को ऊपर उठाएं
4- शरीर का दबाव पंजों पर ही रहने दें, सांस अंदर लें
5- सिर से पांव तक शरीर में खिंचाव महसूस करें, इसी स्थिति में रहने के कुछ सेकेंड बाद सांस छोड़ते हुए सामान्य हो जाएं।
2. वृक्षासन
इसके नाम से ही पता चल रहा है कि वृक्ष जैसा आसन। इसमें शरीर वृक्ष की स्थिति में आ जाता है। आप खुद को विशाल महसूस करते हैं। आपके अंदर ये आसन संतुलन लाता है। आपकी सहनशक्ति बढ़ाता है। दिल के रोगियों के लिए यह आसन महत्वपूर्ण है। इस आसन को करने से टखने, जांघे और पसलियां मजबूत होती हैं। छाती खुलती है। चिकित्सक भी इस आसन को करने की सलाह देते हैं।
ऐसे करें
1- सांस लेते हुए दोनों हाथ ऊपर उठाएं
2- नमस्कार की मुद्रा में आ जाएं
3- दूर कहीं पर नजर बनाकर रखें, संतुलन बनाएं, रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें
4- सांस छोड़ते हुए शरीर को ढीला छोड़ दें, धीरे-धीरे सामान्य मुद्रा में आ जाएं, दायें पैर को भी जमीन पर लगा दें
5- इस आसन को बायें पैर के साथ दोहराएं
चिकित्सक कहते हैं, जीवनशैली सुधारें
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला प्रधान रहे डा.गौरव श्रीवास्तव ने जागरण से बातचीत में कहा कि जीवनशैली बदल रही है। इस वजह से हार्ट संबंधी दिक्कतें आ रही हैं। अब तो बीस साल के युवा को हार्ट अटैक आ रहा है। हमें अपना खानपान भी ठीक करना होगा। आर्गेनिक सब्जी खानी होगी। तेल के खाद्य पदार्थों से दूर होना होगा। उनकी सलाह है कि चालीस से कम वाले युवा साल में एक बार चेकअप जरूर कराएं। इसके बाद की उम्र के लोग छह महीने में एक बार चेकअप कराएं।
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