Panipat: शुभम ने जैवलिन थ्रो में जीता स्वर्ण पदक, इनके पिता रहे हैं नीरज चोपड़ा के कोच; पढ़ें पूरी खबर
Haryana News पानीपत में मॉडल टाउन के 16 वर्षीय शुभम जागलान ने सीबीएसई कलस्टर जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता में अंडर-17 में स्वर्ण पदक जीता। यह प्रतियोगिता गोहाना के सत्यानंद पब्लिक में आयोजित की गई। शुभम ने 32 खिलाड़ियों को हराकर 54 मीटर थ्रो करके सफलता हासिल की। इनके पिता जितेंद्र जागलान शिवाजी स्टेडियम में नीरज चोपड़ा के ट्रेनर रह चुके हैं।

जागरण संवाददाता, पानीपत। Haryana News: मॉडल टाउन के शांति नगर के 16 वर्षीय शुभम जागलान ने सीबीएसई कलस्टर जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता में अंडर-17 में स्वर्ण पदक जीता। यह प्रतियोगिता गोहाना के सत्यानंद पब्लिक में आयोजित की गई।
शुभम ने 32 खिलाड़ियों को हराकर 54 मीटर थ्रो करके सफलता हासिल की। इससे पहले भी शुभम जिला स्तरीय प्रतियोगिता में एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीत चुके हैं।
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उन्होंने डिस्ट्रिक नेशनल प्रतियोगिता में 49 मीटर थ्रो किया था। शुभम का शिवाजी स्टेडियम में पहुंचने पर फूल-मलाओं से स्वागत किया गया। डॉ. एमकेके स्कूल के 11वीं कक्षा के छात्र शुभम ने दैनिक जागरण को बताया कि उनके पिता जितेंद्र जागलान जैवलिन थ्रोअर रहे हैं। पिता का सपना था कि देश के लिए पदक जीते।
पर्याप्त सुविधाओं की कमी के कारण पिता खेल जारी नहीं रख पाए
सुविधाओं के अभाव में पिता खेल जारी नहीं रख पाए। पिता से प्रेरित होकर उन्होंने दो साल पहले शिवाजी स्टेडियम में जैवलिन थ्रो का अभ्यास शुरू किया। पिता जितेंद्र ही उनके कोच हैं। वह सुबह-शाम हर रोज तीन-तीन घंटे अभ्यास करते हैं।
नवंबर में होने वाली सीबीएसई नेशनल जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे हैं। उसका लक्ष्य जूनियर एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने का है। इसके लिए वह तकनीक में सुधार कर रहा है।
नीरज चोपड़ा के कोच रह चुके हैं जितेंद्र जागलान
शुभम के पिता जितेंद्र जागलान शिवाजी स्टेडियम में नीरज चोपड़ा के ट्रेनर रह चुके हैं। उनसे ट्रेनिंग लेकर नीरज ने वजन घटाया था। जितेंद्र ने बताया कि शुभम की तकनीक में सुधार कराने के साथ-साथ उसकी ताकत बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।

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