धर्मस्थल अनलॉक, हरियाणा की एकमात्र शक्तिपीठ से लेकर पानीपत देवी मंदिर के दर पर पहुंचे भक्त
धर्मस्थल सोमवार से अनलॉक हो गए हैं। हालांकि अनलॉक के नियमों का पालन करते हुए भक्त मंदिर पहुंचे और पूजन किया।
पानीपत, जेएनएन। भगवान के दर्शनों के लिए सोमवार से मंदिर खुल गए। धार्मिक स्थलों में श्रद्धालु पहुंचे। सभी धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई में सेवादार लगे रहे। इसके साथ ही लॉकडाउन के नियमों को लेकर भी व्यवस्था की गई। श्रद्धालुओं से अपील की गई कि मंदिर में फल, मिठाई या प्रसाद के स्वरूप में कोई अन्य सामग्री नहीं लेकर आए।
हरियाणा का एकमात्र प्राचीन शक्तिपीठ भद्रकाली मंदिर को सजाया गया। यहां लॉकडाउन के नियम का पालन करते हुए दूरी रखते हुए भक्त पहुंचे। इसके पानीपत के देवी मंदिर में भी भक्तों की भीड़ दिखी। हालांकि भक्त लॉकडाउन के नियमों का पालन करते दिखे। एक दूसरे से उचित दूरी और मास्क लगाकर भक्त मंदिर में पहुंचे।
करनाल में प्रमुख मंदिर सनातन धर्म मंदिर कुंजपुरा रोड, सेक्टर 13 गीता मंदिर, महावीर दल मंदिर, शिव मंदिर सराफा बाजारा, पुराना शिविर मंदिर चार चमन, कृष्ण मंदिर सेक्टर 14, रघुनाथ मंदिर सदर बाजार, हनुमान मंदिर रामनगर, शनि मंदिर, काली माता मंदिर, देवी मंदिर घंटाघर चौक सहित शहर के सभी मंदिरों में साफ-सफाई में सेवादार व्यस्त रहे।
यमुनानगर माडल टाउन के श्री सनातन धर्म मन्दिर में 72 दिन बाद खुलने आरती करते पुजारी पं शंकर शास्त्री व पं. चिंतामणी।
भक्तों को उठानी होगी जिम्मेदारी
कोरोना से जंग जारी है। धार्मिक स्थल जाते समय भक्तों को अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा। तभी हम अपने पवित्र स्थलों को इस बीमारी से दूर रख सकते हैं। यह हमारा दायित्व भी है कि भगवान के घर से कोरोना वायरस को दूर रखा जाए। करनाल के सीएमओ डा. अश्विनी आहुजा ने कहा कि मंदिर या किसी भी अन्य धमस्थल में उचित शारीरिक दूरी बनाकर रखें। मंदिर में किसी भी चीज को छुए नहीं। मास्क जरूर पहनें। मंदिर में जाने से पहले हाथों को अच्छे से साफ करें। मंदिर में जाकर मास्क उतारने की गलती नहीं करें।
नमाजी भी बरतें एहतियात
हरियाणा मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी ने बेहद अहम अपील की है। सोसायटी ने बाकायदा बिंदुवार हिदायतें जारी करते हुए कहा है कि, यदि मौजूदा हालात में सब्र से काम नहीं लिया तो हालात फिर बिगड़ सकते हैं। राज्य हज कमेटी के मीडिया समन्वयक खुर्शीद आलम ने इन हिदायतों के हवाले से बताया कि मस्जिदें खुलने पर इनमें केवल फर्ज जमात के साथ अदा की जाए। बाकी सुन्नतें व नफल सभी अपने घरों में ही अदा करें। हर मस्जिद में चार अलग अलग जमातें 15 मीटर की दूरी बनाकर नमाज अदा करें। जुमे का खुतबा छोटा हो और उर्दू में तकरीर न की जाए ताकि वक्त बचाया जा सके। हर नमाज के पहले सैनिटाइजेशन हो। दो नमाजियों के बीच छह फीट का फासला रहने सहित ऐसी तमाम हिदायतें इस लंबी फेहरिस्त में शामिल हैं।
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