यमुनानगर में महिला डॉक्टर से बदसलूकी, निजी अस्पतालों में OPD बंद; SP के पास काली पट्टी बांधकर पहुंचे डॉक्टर
पानीपत में आयुष्मान योजना के तहत निजी अस्पतालों ने 7 अगस्त से इलाज बंद कर दिया है जिससे मरीजों को दिक्कत हो रही है। अस्पतालों का कहना है कि सरकार ने उनकी पेमेंट रोक दी है। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों पर छापेमारी शुरू कर दी है जिससे अस्पताल संचालक नाराज हैं।

जागरण टीम, पानीपत। प्रदेश के निजी अस्पतालों ने आयुष्मान योजना के लाभार्थियों को सात अगस्त से इलाज देना बंद कर रखा है। इससे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आयुष्मान योजना के पैनल में आने वाले निजी अस्पतालों का कहना है कि सरकार की ओर से उनकी पेमेंट अटकी हुई है, इस कारण इलाज नहीं किया जा रहा है।
वहीं निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग ने छापेमारी शुरू कर दी है जिससे निजी अस्पताल संचालकों में रोष है। यमुनानगर और अंबाला में बुधवार को निजी अस्पतालों में छापेमारी की गई थी। इधर बुधवार को यमुनानगर में हुई छापेमारी के दौरान महिला डाक्टर व मरीजों से अभद्रता का मामला तूल पकड़ गया है। वीरवार को आइएमए के आह्वान पर यमुनानगर के निजी अस्पतालों में हड़ताल रही।
ओपीडी में मरीजों को नहीं देखा गया। सभी डॉक्टर सुबह काली पट्टी बांधकर एसपी कमलदीप गोयल के पास पहुंचे। फिर डीसी पार्थ गुप्ता से मिले और ज्ञापन देकर छापेमारी व अभद्रता करने वाली टीम पर कार्रवाई करने की मांग की। निजी अस्पतालों में हड़ताल से मरीजों को वापस लौटना पड़ा।
अंबाला के बवेजा अस्पताल में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आठ घंटे जांच की थी लेकिन इसकी अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है कि यहां क्या खामिंयां मिली या सब कुछ ठीक मिला। वहीं कैथल में आयुष्मान योजना के तहत निजी अस्पतालों की हड़ताल से सरकारी अस्पताल में मरीजों की संख्या बढु गई है। जिले में आयुष्मान भारत योजना से 11 निजी अस्पताल जुड़े हैं। 15 करोड़ के करीब की राशि सरकार की तरफ बकाया है।

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