दुआओं ने असर दिखाया, अक्षित का आपरेशन सफल, एक साल अलग रहेगा
गुरुनानक पुरा के रहने वाले 11 वर्षीय अक्षित मदान का बोन मेरो ट्रांसप्लांट आपरेशन सफल हो गया है। शहर के लोगों ने उसके आपरेशन के लिए आर्थिक मदद की बल्कि दुआओं से भी परिवार की झोली भर दी। दिल्ली में आपरेशन सफल होने के बाद परिवार ने राहत की सांस ली है।

जागरण संवाददाता, पानीपत : कच्चा कैंप, गुरुनानक पुरा के रहने वाले 11 वर्षीय अक्षित मदान का बोन मेरो ट्रांसप्लांट आपरेशन सफल हो गया है। शहर के लोगों ने उसके आपरेशन के लिए आर्थिक मदद की, बल्कि दुआओं से भी परिवार की झोली भर दी। दिल्ली में आपरेशन सफल होने के बाद परिवार ने राहत की सांस ली है। अभी बच्चे का इम्युन सिस्टम कमजोर है। उसे एक साल तक अलग कमरे में रहना होगा, ताकि किसी तरह एलर्जी, जुकाम या बुखार की चपेट में न आए।
हेल्पिग यूथ वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष प्रवीण वर्मा ने बताया कि उन्हें पता चला था कि बच्चे को थैलेसीमिया है। उनके इलाज के लिए कम से कम तीस लाख रुपये की जरूरत पड़ेगी। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। इस बीच, दिल्ली के बीएल कपूर अस्पताल में आपरेशन कराने के लिए तारीख नजदीक आ रही थी। परिवार ने छह महीने में किसी तरह बीस लाख रुपये जमा कर लिए। बाकी के दस लाख रुपये का इंतजाम करना मुश्किल हो रहा था। तब उन्होंने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से मुहिम चलाई। दो दिन में ही लोगों ने दुआओं के साथ अपनी तरफ से रुपये भी भेजने शुरू कर दिए। किसी बच्चे ने अपनी गुल्लक तोड़ी तो किसी ने अपनी पाकेट मनी से भी राशि दी। सौ रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक मदद आई। इस बीच, मामला विधायक प्रमोद विज तक भी पहुंचा। उन्होंने भी उद्यमियों की मदद से तीन लाख रुपये बच्चे के इलाज के लिए सौंपे। अस्पताल में है बच्चा
अभी बच्चा अस्पताल में है। परिवार के सदस्यों को भी कम मिलने दिया जाता है। जल्द ही घर लौटेगा। जब तक पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता, तब तक दूसरे लोग उससे नहीं मिल सकेंगे।
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