Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Air Pollution: दिल्‍ली के साथ-साथ हरियाणा में दम घोंट रहा प्रदूषण, पानीपत में AQI पहुंचा 314 पर

    By Jagran NewsEdited By: Anurag Shukla
    Updated: Fri, 04 Nov 2022 07:59 AM (IST)

    दिल्‍ली की आबोहवा जहरीली होती जा रही है। अब पानीपत में भी इसका असर दिख रहा है। 24 घंटे में एयर क्‍वालिटी इंडेक्‍स 124 से बढ़कर 314 पर पहुंच गया है। ऐसे में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की टीम ने उद्योगों की जांच की।

    Hero Image
    पानीपत में प्रदूषण का खतरा बढ़ रहा है।

    पानीपत, जागरण संवाददाता। दिल्‍ली के साथ-साथ अब हरियाणा का भी दम घुट रहा है। जहरीली हवा में लोग सांस लेने को मजबूर है। पानीपत में आज सुबह धुंध की चादर छाई है। एयर क्‍वालिटी इंडेक्‍स 314 पर पहुंच गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उद्योगों की जांच की

    वायु गुणवत्ता का स्तर बिगड़ गया है। एयर इंडेक्स 124 से बढ़कर 314 पर पहुंच गया। हवा बहुत खराब श्रेणी में है। इस बीच वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) टीम ने विनिता के नेतृत्व में सेक्टर 29 पार्ट दो में चार उद्योगों का निरीक्षण किया। सभी उद्योगों में बायोमास चलता मिला। सीएक्यूएम की टीम ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने जैसे ग्रेप के चौथे चरण के प्रतिबंधों को लागू करने अभी जरूरत नहीं है। सीपीसीबी के मुताबिक, वीरवार पानीपत का एयर इंडेक्स पीएम 2.5 शाम को 239 दर्ज किया गया। बुधवार को यह 124 था, यानी चौबीस घंटे के भीतर इसमें 115 अंकों की बढ़ोतरी हुई। इस श्रेणी की हवा को बहुत खराब कहा जाता है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को हवा की गुणवत्ता फिर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। एयर क्‍वालिटी इंडेक्‍स 314 पर पहुंच गया। इसके बाद पर तेज हवा चलने के कारण शनिवार को स्थिति में सुधार होने का अनुमान है।

    कुराड़ क्षेत्र में पहुंची प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम

    कुराड़ क्षेत्र में लगे आठ कंबल उद्योगों सहित एक एल्यूमिनियम मेल्ट उद्योग का प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने एसडीओ कुलदीप के नेतृत्व में निरीक्षण किया। इन उ्दयोगों में बायोमास जलता मिला। विनय श्री मेटल इंडस्ट्री में लो सल्फर हेवी स्टाक जलता मिला। जो अधिकृत फ्यूल की श्रेणी में आते हैं।

    रात में फैंक रहे उद्योग काला धुंआ

    केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सीएक्यूएम की सख्ती के चलते दिन में उद्योग या तो बंद रहते है अथवा बायोमास (अधिकृत फ्यूल) पर चलते हैं। रात में उद्योग अनाधिकृत फ्यूल का इस्तेमाल कर रहे हैं। शाम होने के बाद से सुबह प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय खुलने से पहले उद्योग काला धुंआ फैंकते हैं। इसी कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ रहा है।