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    कमजोर पड़ा पुलिस का सूचना तंत्र, पाकिस्तान से पंजाब फिर हरियाणा तक आसानी से कैसे लाया जा रहा विस्फोटक; पूरी रिपोर्ट

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 03:18 PM (IST)

    यह लेख हरियाणा में विस्फोटक पदार्थों की बढ़ती बरामदगी और सुरक्षा में चूक पर प्रकाश डालता है। पुलिस की कमजोर सूचना प्रणाली के कारण पंजाब के रास्ते पाकिस्तान से विस्फोटक आसानी से पहुंच रहे हैं। करनाल, कुरुक्षेत्र, जींद, और अंबाला जैसे जिलों में कई घटनाओं ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस को अपनी खुफिया जानकारी और जांच प्रक्रिया को मजबूत करने की आवश्यकता है।

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    पंजाब से आसानी से विस्फोटक आ रहे हरियाणा।

    जागरण टीम, पानीपत/हिसार। बड़ा सवाल यह है कि पाकिस्तान से वाया पंजाब हरियाणा तक हैंड ग्रेनेड पहुंचना आसान क्यों है? पुलिस के कमजोर सूचना तंत्र और सड़क मार्गों पर चेकिंग व्यवस्था पुख्ता नहीं होने के कारण बदमाश पंजाब से विस्फोटक लाने में सफल हो रहे हैं।

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    करनाल में वीरवार को मिले विस्फोटक से तो यह बात और भी पुख्ता हो जाती है कि 15 दिन तक विस्फोटक दबा रहा और पुलिस को पता नहीं चल पाया। बदमाश अपनी गाड़ी में विस्फोटक लेकर उत्तर प्रदेश स्थित अपने घर भी गया और यहां आया, लेकिन कहीं कोई चेकिंग नहीं हुई।

    कुरुक्षेत्र: इसी वर्ष 7 अक्टूबर को सीआइए-2 ने एनएच 152-डी पर पंजाब नंबर की बाइक पर सवार दो बदमाशों पटियाला निवासी गुरविंदर और संदीप से एक ग्रेनेड पकड़ा था।

    जींद: 19 अक्टूबर 2009 में जींद में विस्फोट हुआ था। सफीदों ट्रक यूनियन में अगस्त 2010 में बम विस्फोट हुआ था। 2019 में मार्च व अप्रैल में रामराये गांव के रामहृद तीर्थ पर दो धमाके हुए थे। प्रेशर कुकर में पोटाश डालकर किए गए थे। एक कमरे में रखा कुकर तो फट गया, लेकिन दूसरा नहीं फटा।

    करनाल: इसी वर्ष 13 जून को एसटीएफ ने सेक्टर 13 निवासी दीपेंद्र व अदम्य को गिरफ्तार किया था। इन दोनों आरोपितों से एक हैंड ग्रेनेड बम मिला था। दोनों आरोपित भानू राणा गैंग से जुड़े थे।

    कैथल: छह अप्रैल 2025 को पंजाब से लगती सीमा पर अजीमगढ़ चौकी पर बब्बर खालासा ग्रुप ने हैंड ग्रेनेड से हमला किया था। विस्फोटक की तीव्रता कम होने के कारण बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। बब्बर खालासा ग्रुप ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। पंजाब के पटियाला के नन्हेड़ा गांव निवासी गुरप्रीत और गुरदयालपुरा गांव निवासी हरमनप्रीत को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

    फतेहाबाद: पिछले दिनों पंजाब के दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे पर लाडोवाल के पास गैंग्सटरों और पंजाब पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में गांव भिरडाना के अजय व उसके भाई अमरजीत से हैंड ग्रेनेड व पांच पिस्तौल बरामद किए थे। इस मामले की जांच पंजाब पुलिस ही कर रही है और दोनों जेल में बंद है।

    अंबाला में सबसे अधिक मिला विस्फोटक अंबाला

    18 मार्च 2022 को सद्दोपुर में दिल्ली पब्लिक स्कूल और एमएम मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के पास तीन हैंड ग्रेनेड और आइईडी मिले थे। मई 2023 में शहजादपुर में एक प्लास्टिक पाइप में चार हैंड ग्रेनेड मिले। फरवरी 2022 में, शहजादपुर में बेगना नदी के किनारे जंगल में बोरियों में 232 से ज्यादा बम शेल मिले थे। मुलाना हलके में कुरुक्षेत्र सीमा से लगते एक गांव 2020 में खेतों के पास बम शेल मिले थे।

    तीन साल पहले टोल पर विस्फोटक सामग्री के साथ पकड़े गए थे चार आतंकी

    करनाल में पांच मई 2022 को जीटी रोड स्थित बसताड़ा टोल प्लाजा पर करनाल पुलिस ने पंजाब निवासी चार आतंकी गुरप्रीत, अमनदीप, भूपिंदर व परमिंदर को विस्फोटक सामग्री व हथियार के साथ पकड़ा था। ये आतंकी भी पंजाब से ही विस्फोटक सामग्री लेकर आए थे और उसे महराष्ट्र लेकर जाना था।

    हिसार में धमाके में हो चुकी एक की मौत

    23 जून 2025 को ऋषि नगर में कबाड़ी की दुकान में कबाड़ तोलते हुए धमाका हुआ था। इसमें एक व्यक्ति की मौत हुई थी और दो घायल हो गए थे। पुलिस ने एक सहायक प्रोफेसर को गिरफ्तार किया था। चंडीगढ़ में बम फेंकने के बाद उसके आरोपित हिसार आए थे और कुछ बम साथियों को दिए थे उसके बाद गुरुग्राम में धमाके किए थे।

    गुरुग्राम में बम फटे थे, दस ग्रेनेड मिल चुके

    गुरुग्राम : 10 दिसंबर 2024 की सुबह सेक्टर 29 स्थित कुछ पब बार के बाहर दो देसी बम फेंके गए। इसमें एक बम फट गया, जबकि दूसरे को निष्क्रिय कर दिया गया था। एक मार्च 2022 को भी गुरुग्राम के सेक्टर 31 स्थित एक बंद कोठी में 10 से ज्यादा हैंड ग्रेनेड और बम मिले थे। सभी हथियार कोठी के टायलेट में छिपाकर रखे गए थे।