Gangwar in Ambala: पुलिस की तीसरी आंख बंद, अंधाधुंध गोलियां चलीं, सीसीटीवी में नहीं आया कुछ नजर
वीरवार को अंबाला शहर में दिनदहाड़े चार मिनट गोलियों की आवाज से अंबाला थर्रा गया। भुप्पी गैंग और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बीच चल रही रंजिश के चलते हुई गैंगवार में दो लोगों की मौत हो गई जबकि दो लोग घायल हो गए। वारदात स्थल पर लगे सीसीटीवी खराब हैं।
अंबाला, जेएनएन। सीसीटीवी कैमरा लगवाने का ढिंढोरा पीटने वाली पुलिस की तीसरी आंख भी बंद है, जिस कालका चौक पर वीरवार को दिनदिहाड़े अंधाधुंध गोलियां चली वहां की लाइव फुटेज कैमरों में कैद नहीं हो पाई, जबकि दैनिक जागरण समाचार ने चौकों पर खराब पड़े कैमरों की खबर को प्रमुखता से छापा था। बावजूद इसके पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे में पुलिस की यह लापरवाही सामने आ गई।
कैमरे सही होते तो पुलिस को तफ्तीश में काफी मदद मिल सकती थी। बता दें वीरवार को कालका चौक पर चार बदमाशों ने वार्ना कार पर दिनदिहाड़े ताबड़तोड़ गोलियां दाग दी जिससे कार में बैठे चार में से दो युवकों की मौके पर मौत हो गई, जबकि दो बुरी तरह से घायल हो गये। वारदात के बाद आरोपित अपनी स्विफ्ट कार में पंजाब की तरफ फरार हो गये।
करीब 30 राउंड गोलियां चलाईं बदमाशों ने
बदमाशों ने वार्ना कार में बैठे युवकों पर करीब 30 राउंड चलाये। मरने वालों में चंडीगढ़ के मोली जांगड़ा निवासी राहुल (32), प्रदीप उर्फ पंजा (31) तथा घायलों में अश्वनी (25) व गौरव (24) हैं। इसमें गोली लगने से घायल गौरव को चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया, जबकि अश्वनी का ट्रामा सेंटर में ही इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है पुलिस ने गोलीकांड मामले में तीन युवकों को शक के आधार पर हिरास्त में लिया गया है, जिनको साथ लेकर जगह-जगह छापेमारी की जा रही है।
कोर्ट से लौट रहे थे वापस
पुलिस के मुताबिक 12 जुलाई 2019 को अंबाला सेंट्रल जेल में हुए खूनी संघर्ष में जमानत पर आये राहुल, प्रदीप उर्फ पंजा, अश्वनी व गौरव वीरवार को अंबाला शहर कोर्ट में पेशी पर आये थे, मगर यहां कर्मचारी को कोरोना हो जाने के चलते पेशी नहीं हो पाई। इसके बाद चारों अपनी वर्ना कार से वापस चंडीगढ़ की तरफ लौट रहे थे। जब उनकी कार कालका चौक के पास पहुंची तभी पीछे-पीछे आ रही स्विफ्ट कार ने ओवरटेक करते हुए उनकी कार के आगे अड़ा दी। इसी दौरान कार से नकाबपोश बदमाशों ने स्विफ्ट से बाहर निकले और ताबड़तोड़ गाेलियां चला दी।
पुलिस नाका से दस मीटर दूरी पर हुई वारदात
बता जिस कालका चौक पर यह वारदात हुई है, वहां से महज दस मीटर की दूरी पर पुलिस कर्मी तैनात थे। ताबड़तोड़ गोलियों की आवाज सुनने के बाद जब तक पुलिसकर्मी वहां पहुंचते तब तक बदमाश वारदात को अंजाम देकर फरार हो गये थे। इतना ही लगातार चली गोलियों की आवाज सुनकर चौक पर बनी दुकान और रेहड़ी संचालक अपनी-अपनी दुकानों को छोड़कर डर के कारण इधर-उधर भागकर दुबक भाग गये। आरोपितों के जाने के बाद लोग बाहर आये और वर्ना कार के पास पहुंचे।
कार यहां-यहां से हुई छलनी
उधर, वारदात के बाद मौके पर तमाम पुलिस बल और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गये। बदमाशों द्वारा इस कद्र वर्ना कार को छलनी देख हैरान हो गये। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बदमाश कार के सामने और और ड्राइवर की साइड से गोलियां चला रहे थे, ऐसे में कार में बैठे युवकों को भागने तक का मौका नहीं मिला। बदमाशों ने वर्ना कार के फ्रंट शीशे पर तीन, बोनट पर तीन, बाईं साइड में खिड़की पर दो-दो, दाईं साइड की खिड़कियाें पर दो से तीन, बाईं साइड की तरफ से भी चार सहित कार के शीशों पर अंधाधुंध करीब 30 राउंड किये गये।
इतनी-इतनी गोलियां लगी थीं युवकों को
बदमाशों ने कार की पीछे की सीट पर बैठे राहुल और प्रदीप उर्फ पंजा की छाती कुल 16 राउंड किये गये थे तथा अश्वनी और गौरव पर बाजू तथा कंधे पर गोलियां लगी थी। मगर राहुल और प्रदीप को नजदीक से गाेलियां लगने के बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। ऐसे में उनकी कार पूरी तरह से खून से लथपथ हो गई।
सीटों को फाड़ अंदर तक घुसी थीं गोलियां, तलाश में हुई परेशानी
उधर, फॉरेंसिक टीम शहर थाना में पहुंची। यहां टीम ने गोलियों से छलनी वार्ना कार की काफी बारिकी से जांचा। देखने में आया कार में गोलियां इतनी गाडी हुई थी की बोनट और फ्रंट के शीशे को गोलियां चीरते हुए अंदर की सीटों में घुस गई। ऐसे में टीम को गोलियों को निकालने में काफी दिक्कत हुई। ऐसे में पास के मैकेनिकल को बुलाना पड़ा। उसके बाद कार की सीटों को फाड़ा गया, मगर कुछ गाेलियां निकली तो कुछ के टूटे हुए पुर्जे निकले। बताया जा रहा बदमाशों ने 316 बोर व अन्य से गोलियां दागी गई थी।
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