आइएचआइपी पोर्टल पर मरीजों की बीमारी के साथ मिलेगा फीडबैक
डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देते हुए किस रोग से जिला में कितने पीड़ित हैं इलाज कहां से चल रहा है आदि जानकारी आनलाइन होनी है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आइडीएसपी) के तहत इंटीग्रेटेड हेल्थ इनफॉरमेशन प्लेटफार्म (आइएचआइपी) पोर्टल शुरू किया है। पोर्टल का उद्देश्य 33 प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त रोगियों का डाटा एकत्र करना है। इसके लिए चिकित्सा अधिकारियों और डाटा इंट्री आपरेटर्स को ट्रेनिग दी गई है।
जिला निगरानी अधिकारी डा. सुनील संडूजा ने बताया कि केंद्र-प्रदेश सरकार का चिकित्सा-स्वास्थ्य पर अधिक फोकस है। डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देते हुए, किस रोग से जिला में कितने पीड़ित हैं, इलाज कहां से चल रहा है, आदि जानकारी आनलाइन होनी है।
जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी तनूजा वर्मा ने बताया कि पोर्टल पर नोडल अधिकारियों को यूजर पासवर्ड जारी किया जाएगा। संबंधित अधिकारी मानिटरिग के साथ प्रतिदिन समीक्षा भी कर सकेंगे। इस पोर्टल पर जन्म-मृत्यु दर भी 30 दिनों के अंदर अपलोड करनी होगी। डाटा इंट्री आपरेटर मधु सभरवाल ने बताया कि फील्ड से डाटा एएनएम और आशा वर्कर्स को एकत्र करना है। ऑपरेटर्स को उसी दिन डाटा अपलोड करना होगा। इन बीमारियों के रोगी तलाशे जाएंगे
हेपेटाइटिस, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, डिफ्थीरिया, चिकनपाक्स, बुखार, मनोरोग, डॉग बाइट, सर्प दंश, पीलिया, कालाजार, टीबी, फाइलेरिया, टिटनस, मीजल्स, कैंसर, हृदय रोगी, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, किडनी, ब्रेन स्ट्रोक, बाल रोग, दंत रोग, चर्म रोग समेत 33 बीमारियां।
आशा वर्कर्स की होगी मानिटरिग
फील्ड से डाटा आशा वर्कर्स को एकत्र करना है। सीएचसी-पीएचसी या मुख्यालय स्तर पर रिपोर्ट देनी है। पोर्टल रनिग में आने पर आशा वर्कर और एएनएम की लोकेशन का भी पता चल जाएगा। दोनों ने एक दिन में कितने घरों में दस्तक दी, इसका पता भी चलेगा।
निजी अस्पतालों को देनी होगी जानकारी : कार्यक्रम के तहत निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों की जानकारी जुटाई जाएगी। इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन सिस्टम में अस्पताल प्रबंधक यह सुनिश्चित करेंगे कि नियमित रूप से डाटा इंट्री होता रहे।