पानीपत में ट्यूशन से घर लौटे छात्र ने टाई से फंदा बनाकर की आत्महत्या,परिजनों ने स्कूल स्टाफ पर लगाए आरोप
पानीपत में एक छात्र ने ट्यूशन से लौटने के बाद टाई से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने स्कूल स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि छात्र को प्रताड़ित किया गया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है, और आत्महत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।

छात्र ने टाई से फंदा बनाकर किया सुसाइड
जागरण संवाददाता, पानीपत। कश्यप कॉलोनी में 9वीं कक्षा के एक विद्यार्थी ने स्कूल टाई से फंदा बनाकर पंखे से लटक कर जान दे दी। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम करा स्वजन को सौंप दिया।
मृतक लड़के के चाचा ने प्राइवेट स्कूल के स्टाफ पर आरोप लगाया कि बच्चों के सामने उसके भतीजे को डांटा था। इस कारण बच्चे ने सुसाइड किया। वहीं पुलिस का कहना है कि इस बारे में स्वजन ने कोई शिकायत नहीं दी है। स्वजन के अनुसार 15 वर्षीय मयंक मंगलवार को स्कूल से आने के बाद ट्यूशन पर गया था। ट्यूशन के आने के बाद वह घर में पहली मंजिल पर बने कमरे में चला गया। उस समय घर पर उसकी मां थी।
मयंक हर रोज शाम को अपने पिता के साथ दूध लेने बाइक पर जाता था तो शाम को उसके पिता ने अपने पत्नी से पूछा की मयंक कहां है। उसने कहा कि उपर कमरे में है। जब उसका पिता उपर कमरे में गया तो देखा कि उसका बेटा पंखे से लटका हुआ है। इसके बाद आस पास के लोग एकत्रित हो गए और पुलिस को सूचना दी गई। पुराना औद्योगिक थाना प्रभारी देवेंद्र ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करा दिया है। स्वजन ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाए हैं। मामले की जांच की जा रही है।
मयंक के चाचा रविंद्र ने आरोप लगाए कि उसके भतीजे मयंक का स्कूल में कक्षा के विद्यार्थियों से कहासुनी हो गई थी तो उसका भाई स्कूल में गया था। स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा था कि दोबारा बच्चों का झगड़ा नहीं होगा। इसके बाद स्कूल स्टाफ ने मयंक को ही कक्षा में डाट दिया। जिससे बच्चा अपनी बेइज्जती मान गया और उसने फंदा लगा लिया। वहीं स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि मयंक बहुत अच्छा बच्चा था। पढ़ाई में भी वह इंटेलिजेंट था। स्कूल स्टाफ पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह गलत है। स्टाफ ने बच्चे को नहीं डांटा।
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