Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पानीपत की धान की आवक तेज, टूट सकता है पिछले साल का रिकार्ड, बासमती के भाव में भी तेजी

    Panipat News पानीपत में धान की आवक तेज हो गई है। धान की आवक 10.50 लाख क्विंटल के पार हुई। वहीं बासमती को 5800 तक का भाव मिल रहा। पिछले साल 31 दिसंबर तक धान की 12 लाख क्विंटल आवक हुई थी।

    By Ram kumarEdited By: Anurag ShuklaUpdated: Sat, 26 Nov 2022 06:00 PM (IST)
    Hero Image
    बासमती के दामों में भारी तेजी आई है।

    समालखा (पानीपत), जागरण संवाददाता। स्थानीय नई अनाज मंडी में धान की आवक 10.50 लाख क्विंटल के पार जा पहुंची है। उम्मीद है कि सीजन के खत्म होने तक आवक पिछले साल के नजदीक जा पहुंचेगी। हाल में भी प्रतिदिन 11718, 1121 व बासमती की 6 हजार क्विंटल के करीब आवक हो रही है। वहीं बासमती को सबसे ज्यादा 5800 रुपये प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है। इससे किसानों के चेहरे पर खुशी है। हालांकि बासमती की रोपाई बहुत कम रकबे में हुई थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पिछले साल हुई थी 12 लाख क्विंटल की आवक

    मंडी सुपरवाइजर संदीप कुमार ने बताया कि पिछले साल 31 दिसंबर तक मंडी में 12 लाख क्विंटल धान की आवक हुई थी। अबकी बार अभी तक 10.50 लाख की खरीद हो चुकी है। उम्मीद है कि 31 दिसंबर तक पिछले साल जितनी खरीद होगी। उन्होंने बताया कि पीआर 14 हजार 583 क्विंटल, 1509 किस्म 3.51 लाख क्विंटल के अलावा 1121, 1718 व बासमती धान की अभी तक सात लाख क्विंटल खरीद हो चुकी है। अभी भी हर रोज छह हजार क्विंटल के करीब धान की आवक है। प्राइवेट एजेंसी खरीद कर रही है। वहीं भाव की बात करें तो पिछले साल के मुकाबले ज्यादा है। ऐसे में पिछले साल की खरीद का आंकडा छूने पर मार्केट कमेटी को राजस्व के तौर पर फायदा होगा।

    बासमती को सबसे ज्यादा भाव

    हाल में मंडी में 1121, बासमती के अलावा 1718 किस्म की आवक हो रही है। इनमें सबसे ज्यादा भाव बासमती को ही मिल रहा है। मंडी सुपरवाइजर के मुताबिक 1718 किस्म को 3000 से 3800 रुपये, 1121 को 3500 से 4200 रुपये प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है। जबकि बासमती को 5000 से 5800 रुपये प्रति क्विंटल भाव मिल रहा है। जोकि सबसे ज्यादा है। हालांकि पिछले साल शुरूआत में 4300 तो बाद में 3600 रुपये प्रति क्विंटल का भाव मिला था। जिसके चलते किसानों ने अबकी बार बासमती की बहुत कम रोपाई की। जबकि भाव में उछाल आ गया।