यमुनानगर में रातभर कड़कती सर्दी में डटे रहे अतिथि अध्यापक, सड़क पर ही बिछाए गद्दे
अतिथि अध्यापकों से बात करने के लिए शिक्षा मंत्री खुद रात करीब साढ़े नौ बजे अग्रसेन चौक के पास चल रहे धरना स्थल पर आए थे। अध्यापकों ने उनसे कहा था कि सत्ता में आने से पहले उन्होंने कहा था कि पहली कलम से अतिथि अध्यापकों को पक्का किया जाएगा।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर के जगाधरी में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर से मिलने जा रहे अतिथि अध्यापक पुलिस द्वारा रोक दिए जाने के बाद रातभर महाराजा अग्रसेन चौक के पास हाईवे पर ही डटे रहे। रात को कड़कती ठंड में अतिथि अध्यापक खुले आसमान के नीचे बैठे रहे। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगों को सरकार पूरा नहीं करती वह सड़क से नहीं उठेंगे। आगे की रणनीति क्या होगी आज दोपहर को इस पर सभी बैठकर चर्चा करेंगे।
अतिथ अध्यापकों को शिक्षा मंत्री के आवास पर जाने से रोकने के लिए मौके पर पुलिस बल व दमकल विभाग की गाड़ियां तैनात की गई हैं। अध्यापकों ने सड़क पर ही गद्दे बिछाए और रात भर सर्दी से बचने के लिए राजाई लेकर सड़क पर ही बैठे रहे। वहीं भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान संजू गुंदियाना ने भी अतिथि अध्यापकों को अपना समर्थन देने की बात कही है। दोपहर को वह भी धरनास्थल पर जा सकते हैं।
रातभर राजाई लेकर बैठे रहे अध्यापक, शिक्षा मंत्री के आश्वासन पर भी नहीं माने
अतिथि अध्यापकों से बात करने के लिए शिक्षा मंत्री खुद रात करीब साढ़े नौ बजे अग्रसेन चौक के पास चल रहे धरना स्थल पर आए थे। अध्यापकों ने उनसे कहा था कि सत्ता में आने से पहले उन्होंने कहा था कि पहली कलम से अतिथि अध्यापकों को पक्का किया जाएगा। परंतु ऐसा नहीं हुआ। मुख्यमंत्री से बातचीत होने के बाद जो जिन मांगों पर सहमती बनी थी वह भी अब तक पूरी नहीं हुई। जिस पर कंवरपाल गुर्जर ने उन्हें ज्यादातर मांगे मांग लिए जाने का आश्वासन दिया था। परंतु अतिथि अध्यापकों ने उनकी एक नहीं सुनी और वह धरना स्थल पर ही सभी को पक्का किए जाने का कागज मंगवाने की बात पर अड़े रहे। जब कोई सहमती नहीं बनी तो शिक्षा मंत्री वापस लौट गए।
आवास के सामने पुतला जलाना चाहते थे अध्यापक
सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए शनिवार काे प्रदेशभर से आए अतिथि अध्यापक जगाधरी अनाज मंडी में एकत्रित हुए थे। अतिथि अध्यापकों को मंडी गेट से प्रदर्शन करते हुए जगाधरी में शिक्षा मंत्री के आवास पर जाना था। जहां पर शिक्षा मंत्री के आवास के सामने उन्हें सरकार का पुतला जलाना था। परंतु पुलिस ने उन्हें अग्रसेन चौक पर ही रोक लिया था। जहां पर दोनों पक्षों में खूब झपड़ हुई थी। अतिथि अध्यापकों ने बैरिकेड को उठाकर फेंक दिया था। इसी खींचतान में तीन पुलिसकर्मियों के हाथ पर चोट आई थी। जबकि चार अध्यापकों को भी चोट लगी। जब यह प्रदर्शन हो रहा था तो शिक्षा मंत्री अपने अावास पर नहीं थे। सुशासन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए वह करनाल समेत अन्य जगहों पर गए हुए थे।
सर्विस रूल बन चुकी है : कंवरपाल गुर्जर
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बताया कि पिछले दिनाें उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ अतिथि अध्यापकों की मीटिंग कराई थी। जिसमें इनके लिए सर्विस रूल बनाने तथा कैशलेस मेडिकल भत्ता देने के लिए बात हुई थी। शिक्षा विभाग के निदेशक से बात हुई है, जिन्होंने बताया कि सर्विस रूल बन चुकी है। इसकी फाइल मुख्यमंत्री के पास पहुंच चुकी है। जबकि कैशलेस मेडिकल भत्ता व ग्रुप इंश्योरेंस की फाइल तैयार करने के लिए उन्होंने 10 दिस का समय मांगा है। बेसिक सेलरी इन्हें दी जा सकती है या नहीं इस बारे में मंगलवार को मीटिंग हुई। यदि बेसिक सेलरी को लेकर नियम बदलने का प्रावधान है तो नियम बदल देंगे।
धरना स्थल से नहीं उठेंगे: मैना यादव
अतिथि अध्यापक यूनियन की राज्य प्रधान मैना यादव, जिला प्रधान रमेश कुमार, नितिन लांबा, पारस शर्मा, राज कुमार कालीरमन, राधा कृष्ण झोरड़, राजीव चंदा खेड़ी, प्रीतम पलवल, हरदीप गिल, प्रदीप बतान, नितिन लांबा, रघु वत्स, परवीन सिवाच, इकबाल सैनी, सुभाष खटाना, नवनीत बाजवा ने कहा कि सरकार वादे पर वादा कर मुकर रही है। मुख्यमंत्री से बातचीत होने के तीन माह बीतने पर भी सरकार ने वादा पूरा नहीं किया। वादा खिलाफी के विरुद्ध गेस्ट टीचर में भारी रोष है। शिक्षा मंत्री उनसे बात करने के लिए आए जरूरी हैं परंतु उन्हें उनकी बात पर भरोसा नहीं है। इसलिए वह धरनास्थल से नहीं उठेंगे।

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