कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में लागू होगा आनलाइन पेपर सेटिंग माड्यूल, शिक्षकों को हार्ड कापी भेजने से निजात
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने आनलाइन पेपर सेटिंग माड्यूल लागू करने का फैसला किया है। इससे अब नए साफ्टवेयर पर ही पेपर तैयार करेंगे शिक्षक। साथ ही हार्ड कापी भेजने से निजात मिलेगी।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। हरियाणा की कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय डिजिटलाइजेशन की ओर कदम बढ़ाते हुए आनलाइन पेपर सेटिंग का साफ्टवेयर माड्यूल तैयार कर लिया है। इस साफ्टवेयर माड्यूल को वीरवार से शुरू कर दिया जाएगा। कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा इसका शुभारंभ करेंगे। इसके बाद से अब पेपर लैस पेपर सेटिंग का काम शुरू हो जाएगा और कुवि को अब शिक्षकों के पास हार्ड कापी नहीं भेजनी पड़ेंगी। इससे पहले हर साल कुवि को शिक्षकों के पास हार्ड कापी भेजने पर ही लाखों रुपये डाक के लिए खर्च करने पड़ते थे।
गौरतलब है कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को हर साल संबंधित कालेजों व संस्थानों के साथ-साथ विवि स्थित विभागों के पेपर तैयार करवाने होते हैं। इसके लिए कुवि शुरू से ही शिक्षकों को डाक के माध्यम से हार्ड कापी भेजती आ रही है। इसके बाद शिक्षक की ओर से पेपर सेट करने के बाद भी हार्ड कापी को डाक के माध्यम से कुवि परीक्षा शाखा भेजा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में हर साल लाखों रुपये खर्च होने के साथ-साथ काफी मात्रा में कागज का भी इस्तेमाल होता था। अब कुवि ने पेपर सेटिंग के लिए आनलाइन साफ्टवेयर तैयार करवा लिया है।
इसके लागू होते ही काम को मिलेगी गति
परीक्षा नियंत्रक डा. हुकम सिंह ने बताया कि कुवि परीक्षा विंग की विभिन्न शाखाओं के डिजिटलाइजेशन की दिशा में अपने प्रयास को गति देते हुए आनलाइन पेपर-सेटिंग के लिए साफ्टवेयर माड्यूल तैयार कर लिया है। इससे गोपनीयता शाखा की दक्षता में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ पेपर-लेस, कुशल और पारदर्शिता से काम हो सकेगा।
केजी टू पीजी प्रणाली पर भी ले चुका फैसला
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने 2022 से यूजी और पीजी कार्यक्रमों में एनईपी को लागू करने का फैसला किया है। इसके लिए रोडमैप तैयार कर लिया है। कुवि एनईपी 2020 की अवधारणा, विकास योजना और कार्यान्वयन कार्यक्रम तैयार करने में राज्य में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।