अब चंद मिनट में तैयार होगा लंगर, पंजोखरा साहिब गुरुद्वारा में हो रही खास व्यवस्था
पंजोखरा साहिब गुरुद्वारा में अब लंगर के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कुछ ही मिनटों में लंगर तैयार हो जाएगा। इसके लिए पंजोखरा साहिब गुरुद्वारा ...और पढ़ें

पानीपत/अंबाला, जेएनएन। अंबाला के गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में अब लंगर स्टीम से तैयार किया जाएगा। जिससे गुरुद्वारा में लंगर मिनटों में तैयार हो जाया करेगा। चाहे वह चावल हो या फिर दाल। स्टीम के जरिए 15 मिनट में 30 किलो तक चावल बनाए जा सकेंगे और 30 मिनट में 30 किलो तक दाल बनाई जा सकेगी।
बता दें कि गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में लगभग 11 लाख रुपये की लागत से स्टीम प्लांट लगाया गया है। यह स्टीम प्लांट गैस और लकड़ी से ही चलेगा। लेकिन इससे गैस सिलेंडर और लकड़ी की काफी बचत होगी। गुरुद्वारा प्रबंधकों की माने तो इससे 65 फीसदी बचत होगी। गुरुद्वारा के मैनेजर सुखदेव सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा में हर रविवार को काफी संख्या में संगत माथा टेकने और स्नान करने पहुंचती है। उन्होंने बताया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अंतर्गत आने वाले गुरुद्वारों में यह पहला प्लांट है।
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उन्होंने बताया कि पहले गुरुद्वारा में लंगर तैयार करने के लिए हर रविवार को करीबन 20 सिलेंडर की लागत रहती थी। इसके साथ ही 40 क्विंटल तक लकड़ी लग जाती थी। परंतु स्टीम प्लांट लगने के बाद महज आठ सिलेंडर और लगभग 12 क्विंटल लकड़ी में ही बात बन जाएगी।
उन्होंने बताया कि यहां पर दो स्टीम प्लांट लगाए जाएंगे। प्लांट चलाने के लिए गैस और लकड़ी जलाकर मशीन में पानी डाला जाता है। इसके बाद स्टीम बनती है। स्टीम को पाइप के जरिए पतीले में डाला जाता है।
उन्होंंने बताया कि पंजोखरा साहिब में हर रविवार को करीबन पांच क्विंटल चावल और अढाई क्विंटल तक दाल बनती है। इसे गैस और लकड़ी पर तैयार करने में काफी समय लगता है। बड़े पतीले में चावल लगभग 40 से 50 मिनट में पकते थे और दाल इससे भी ज्यादा समय लग जाता था। परंतु अब संगत को इसका इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

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