आतंकियों के मामले में अब NIA करेगी जांच, फर्जी आरसी केस का जिम्मा अब भी करनाल पुलिस के हवाले
करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा में पकड़े गए आतंकियों के मामले की जांच एनआइए टीम को सौंपी गई है। फर्जी आरसी को लेकर करनाल पुलिस ही करेगी जांच। अभी तक हुई जांच को लेकर टीम ने पुलिस अधिकारियों से चर्चा भी की।
करनाल, जागरण संवाददाता। करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर पांच मई को पकड़े गए आतंकियों के मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के हवाले कर दी गई है। शुक्रवार को एजेंसी की एक टीम यहां पहुंची थी, जिसने उच्चाधिकारियों से पूरे मामले को लेकर चर्चा की, जिसके बाद जांच टीम के हेंडओवर कर दी गई, लेकिन आतंकियों से मिली फर्जी आरसी से संबंधित मामले की जांच जिला पुलिस ही करेगी।
बता दें कि गत दिवस ही सरकार ने मामले की जांच एनआइए को ट्रांसफर किए जाने के आदेश जारी किए थे, जिसके बाद वीरवार सुबह से ही यह चर्चा शुरू हो गई थी। हालांकि इस दिन देर रात तक भी जिला पुलिस के अधिकारियों के पास कोई आदेश नहीं पहुंचे थे, लेकिन बाद में जैसे ही आदेश मिले तो शुक्रवार को एजेंसी की टीम भी यहां पहुंच गई। जिसके बाद जिला पुलिस की ओर से जांच उनके हेंडओवर कर दी तो वहीं इस दौरान अब तक की जांच को लेकर चर्चा भी की गई।
विस्फोटक के साथ चार आतंकी गिरफ्तार
हालांकि पुलिस अधिकारी इस मामले को लेकर भी अभी चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन बताया जा रहा है कि करीब एक घंटा तक टीम यहां रही। बता दें कि 5 मई को टोल प्लाजा पर आइबी के इनपुट कर जिला पुलिस की टीम ने इनोवा में सवार चार आतंकियों को गिरफ्तार किया था। यह चारों विस्फोटक व हथियार तेलंगाना के आदिलाबाद में रखने के लिए जा रहे थे। आरोपित गुरप्रीत उसका भाई अमनदीप, परमिंदर व भूपिंदर से पुलिस टीम ने विस्फोटक व हथियार भी बरामद किए थे तो वहीं दो फर्जी आरसी भी इनकी गाड़ी से मिली थी।
पवन कुमार अब भी फरार
फर्जी आरसी मामले की जांच जिला पुलिस ही करेगी और अभी तक इसमें अंबाला के मेहमदपुर के रहने वाले नितिन शर्मा के अलावा खरड़ के सन्नी उर्फ संदीप को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। यहीं नहीं इसमें आरोपित आतंकी परमिंदर द्वारा भी आरोपित नितिन व सन्नी से छह गाड़ियां लेकर फर्जी आरसी के जरिए बेचे जाने का पता चला था, जिसके बाद उसे भी रिमांड पर लिया गया था। आरोपित से तीन गाड़ियां बरामद भी कर ली गई, लेकिन इसमें मुख्य आरोपित मेरठ का रहने वाला पवन कुमार माना जा रहा है। वह अभी फरार है, और पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
आरोपित पवन को जल्द कर लिया जाएगा गिरफ्तार : एसपी
एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है कि फर्जी आरसी मामले की जांच जिला पुलिस के पास ही है। अभी तक मास्टरमाइंड माने जा रहे आरोपित पवन कुमार को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके लिए सीआइए टीमें भरसक प्रयास कर रही है। आतंकियों के मामले में एनआए टीम को जिस सहयोग की जरूरत पड़ेगी, जिला पुलिस तत्पर रहेगी।