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    फीफा से अप्रूव्ड इंटरनेशनल फुटबाल स्टेडियम की सेफ्टी पर उठे सवाल, पंजाब दिल्‍ली सहित 4 राज्‍यों के विशेषज्ञ करेंगे जांच

    By Anurag ShuklaEdited By:
    Updated: Tue, 15 Feb 2022 08:10 AM (IST)

    अंतरराष्ट्रीय फुटबाल स्टेडियम के निर्माण में लापरवाही की जांच करेंगे चार राज्यों के विशेषज्ञ। स्टेडियम के निर्माण में अनियमितता के खिलाफ सरकार का कड़ा रुख। फीफा से अप्रूव्ड इंटरनेशनल फुटबाल स्टेडियम की सेफ्टी को लेकर उठे सवाल। पंजाब हरियाणा सहित आइआइटी दिल्ली व चेन्नई (मद्रास) के विशेषज्ञ करेंगे जांच।

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    इंटरनेशनल फुटबाल स्टेडियम की सुरक्षा पर उठे सवाल।

    अंबाला, [दीपक बहल]। अंबाला कैंट के वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम में 117 करोड़ की लागत से बन रहे फीफा (इंटरनेशनल फेडरेशन आफ एसोसिएशन फुटबाल) से अप्रूव्ड अंतरराष्ट्रीय फुटबाल स्टेडियम के निर्माण में सुरक्षा पर उठे सवालों पर राज्य सरकार का कड़ा रुख है। सुरक्षा जांच के लिए चार राज्यों के तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञों की कमेटी का गठन कर दिया गया है। यह कमेटी स्टेडियम में आकर सेफ्टी से उठे बिंदुओं पर जांच करेगी।

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    इन टीम में पंजाब इंजीनियरिंग कालेज, नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (एनआइटी) कुरुक्षेत्र सहित इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (आइआइटी) दिल्ली व मद्रास (चेन्नई) के विशेषज्ञ शामिल हैं। स्टील के बड़े स्ट्रBर खड़े किए गए हैं, जिसमें सुरक्षा के लिहाज से खामियां छोड़ दी गई हैं। स्टील के बड़े-बड़े स्ट्रBर्स जिन नींव पर रखे गए हैं उन कालम में एक-एक मीटर के नट बोल्ट ही नहीं लगाए गए हैं। यह नट बोल्ट एक मीटर के करीब कालम में भीतर तक जाने चाहिए, लेकिन कुछ में तो यह लगाए ही नहीं गए। इस प्रोजेक्ट में प्राइवेट कंपनी ही नहीं बल्कि पीडब्ल्यूडी बी एंड आर विभाग के अधिकारियों की मानीटरिंग थी, लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा से खिलवाड़ हो गया। तीन महीने में कमेटी जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी।

    सुरक्षा के अलावा निर्माण में भी यहां घोटाला हो गया है। अंतरराष्ट्रीय फुटबाल स्टेडियम में स्टील 33 हजार क्विंटल लगने की बात की गई जबकि 13 हजार 500 क्विंटल स्टील आया, लेकिन मौके पर 3270 क्विंटल स्टील पाया गया। यहां पर 36 करोड़ का यहां सामान नहीं आया, जबकि बिल पास कर दिया। इसी स्टील के स्ट्रBर्स को अब सुरक्षा के लिहाज से भी जांचा जाएगा। इसके अलावा छह सदस्यीय कमेटी स्टील कितना आया और कितना बिल पास हुआ, इसकी अलग से जांच करेगी।

    इस तरह दैनिक जागरण ने उठाया था मामला

    दैनिक जागरण ने एक फरवरी के अंक में 117 करोड़ से बन रहे अंतरराष्ट्रीय फुटबाल स्टेडियम असुरक्षित ढांचे में दिखी लापरवाही शीर्षक से इस मामले का पर्दाफाश किया था। लोक निर्माण विभाग बी एंड आर के अधिकारियों ने ही स्टील के बने स्ट्रक्चर्स को असुरक्षित मानते हुए एक रिपोर्ट भी बनाकर सरकार को भेजी है। सेफ्टी को लेकर आडिट करवाने की भी सिफारिश की गई। बता दें कि सनर 2017 से यहां पर निर्माण चल रहा है। चालीस करोड़ का टेंडर 117 करोड़ तक रिवाइज कर दिया गया। करीब 46 करोड़ रुपये के घोटाले की भी अलग से कमेटी जांच कर रही है।

    घोटाले में इन बिंदुओं पर ये अधिकारी करेंगे जांच

    अंतरराष्ट्रीय फुटबाल स्टेडियम में हुए घोटाले की जांच के लिए छह सदस्यों की कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी जांच करेगी कि बिल अदायगी के अनुसार प्रोजेक्ट पर कितना काम हुआ, एजेंसी को जारी सिक्योर्ड एडवांस का क्या स्टेटस है, प्रोजेक्ट में पूर्व किए गए रेट को क्यें रिवाइज किया गया, आरसीसी के कार्य की चेकिंग कि यह ड्राइंग के अनुसार है तथा फुटबाल स्टेडियम ड्राइंग के अनुसार निर्माण हुआ है या नहीं, पर जांच करेगी। इस जांच कमेटी चीफ इंजीनियर महेश कुमार और चीफ इंजीनियर राजीव कुमार शामिल हैं। इनके अलावा एसई अनिल कुमार दहिया, हरपाल सिंह, अभिषेक, प्रवीण चौधरी शामिल हैं।