Navratri 2021: नवरात्र पर कुरुक्षेत्र में होंगे मां भद्रकाली के दिव्य दर्शन, 11 देशों के फूलों से सजेगा प्राचीन शक्तिपीठ का दरबार
सात अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो रहे हैं। नवरात्र में शक्तिपीठ का विशेष महत्व होता है। कुरुक्षेत्र स्थित शक्ति पीठ श्रीदेवीकूप मां भद्रकाली मंदिर को नवरात्र में विशेष तौर पर सजाया जाएगा। 11 देशों के फूलों से दरबार सजेगा।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। हरियाणा के एकमात्र शक्तिपीठ श्रीदेवीकूप भद्रकाली मंदिर में नवरात्रि महोत्सव की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बार नवरात्रि कार्यक्रम सात से 20 अक्टूबर रहेगा, जिसमें सात अक्टूबर को प्रथम नवरात्र और 13 अक्टूबर को श्रीदुर्गाष्ठमी होगी। मां भद्रकाली जी के दरबार को 11 देशों के फूलों व फलों से विशेष रूप से सजाया जाएगा। इसके लिए एमिल पुष्प श्रृंगार की एक टीम मंदिर परिसर में पहुंच चुकी है। जिसमें मुंबई व बंगाल से आए कारीगर मंदिर को एक भव्य रूप देंगे। एमिल पुष्प श्रृंगार की टीम ही मां वैष्णो देवी मंदिर की साज-सज्जा भी करती है।
इस तरह से होगी सजावट
मंदिर के पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा ने बताया कि जो पुष्प भारत देश में मिलते हैं जैसे कि नौ तरह के गुलाब, कमल, कलकत्ता गेंदा, रजनीगंधा, रात की रानी, चमेली आदि के अलावा विदेशी पुष्प जरबेरा, एनथुरियम, आर्किड, लिली, बर्ड आफ पेराडाइस, ट्यूलिप, डेहलिया, सीलोसिया, हैडरेंजिया, करनिशियन जैसे फूलों के इंद्रधनुषी रंग मां के मंदिर में खूब रंगत बिखेरेंगे। इन देसी-विदेशी फूलों की महक मां भद्रकाली जी के दरबार में चार चांद लगा देगी। ये कारीगर दुपट्टों, प्राप्स, अस्थायी ढांचे को मिलाकर अलग-अलग फूलों की कलाकृति से मंदिर को सजाएंगे।
11 तरह के फलों से मंदिर को सजाया जाएगा
पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने बताया कि इसके साथ ही मंदिर को 11 तरह के फलों से भी सजाया जाएगा, जिसमें मौसमी, केला, सेब, अंगूर, पपीता, अनानास, तेजरींन, अनार, ड्रैगन फ्रूट, वाशिंगटन एप्पल प्रमुख हैं। मंदिर में प्रथम नवरात्र पर ही 56 भोग का प्रसाद भी मां भद्रकाली को लगाया जाएगा। जिसमें सूखे मेवे, मिठाइयां व फल विशेष पकवान रखें जाएंगे।
पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने सभी भक्तों से निवेदन किया है कि सेवक मंडल के सभी सदस्य भक्तों की सहूलियत के लिए सभी उपयुक्त इंतजाम कर रहे हैं, इसलिए सभी कोरोना नियमों का पालन और व्यवस्था में सहयोग करके ही दर्शन करें।
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