National Dengue Day 2022: हरियाणा में हर साल बढ़ रहा डेंगू का कहर, हजारों लोगों को बना लेता शिकार, जानें लक्षण और बचाव
आज डेंगू दिवस है। हरियाणा में हर साल डेंगू का कहर बढ़ रहा है। हरियाणा के अंबाला में 6 साल में 2430 लोगों को शिकार बना चुका डेंगू। हर साल जिले में बढ़ता जा रहा डेंगू का डंक लेकिन इंतजाम आजतक नहीं हो सके पुख्ता।
अंबाला, जागरण संवाददाता। मच्छरों का कहर जिले में हर साल बढ़ता ही जा रहा है। हालात यह हैं कि मच्छरों की फौज के आगे हर साल स्वास्थ्य विभाग के बंदोबस्त बौने साबित हो जाते हैं। स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2021 में दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक जिले में 692 लोगों को डेंगू ने अपना शिकार बनाया था जोकि पिछले साल साल का रिकार्ड था।
इससे पहले वर्ष 2016 में अंबाला जिले में 582 लोगों को डेंगू हुआ था। इन सब के बावजूद जिले में न तो समय पर फोगिंग होती न ही आज तक स्वास्थ्य विभाग में इनसे निपटने के लिए किसी स्थायी टीम का गठन हो सका। आपात स्थिति पैदा होने पर अनुबंध बेस पर समय पर कर्मचारी भी नहीं मिल पाते क्योंकि उन्हें चंद दिनों के लिए रखा जाता है।
इस तरह अंबाला में साल-दर साल मिले डेंगू के केस
2021---692
2020--42
2019---124
2018---110
2017---328
2016---582
2015---552
16 मई को बनाया जाता है डेंगू दिवस
बता दें कि डेंगू दिवस प्रति वर्ष 16 मई को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य भी यही है कि लोगों को डेंगू के बारे में जागरूक किया जाए। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है। चिकित्सकों के अनुसार डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है।
लक्षण:-
अकस्मात तेज सिर दर्द, बुखार होता है। मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द। आंखों के पीछे दर्द होना जो आंखों को घुमाने से बढ़ता है। जी मिचलाना और उल्टी भी मरीज, शरीर पर लाल रंग के छोटे-छोटे चकते नजर आना।
उपचार व बचाव के तरीके
- मच्छरदानी का प्रयोग करें
- बंद कमरे में सुबह और सायं के समय आलआउट आन रखें।
- पानी से भरे बर्तनों को ढककर रखें।
-पूरे शरी को ढकने वाले कपड़े पहनें
- बुखार उतारने के लिए पैरासिटामोल ले सकते हैं।
कैसे करें बचाव
समय पर जांच, उपचार एवं सावधानियां रख कर डेंगू से बचा जा सकता है। डेंगू का वाहक एडीज मच्छर रूके हुए साफ पानी में पैदा होता है। दिन के समय काटता है। पानी को जमा न होने दें। आस-पास सफाई रखें, कूलर का पानी सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाकर पानी भरें।
डा. नितिश शर्मा, नागरिक अस्पताल नारायणगढ़।