करनाल का नरेंद्र हत्याकांड, तीन आरोपित और गिरफ्तार, जींद और करनाल में दर्ज हैं 10 मामले
करनाल में नरेंद्र हत्याकांड के तीन और आरोपित पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं। 20 अप्रैल को शुभम ने साथियों के साथ मिलकर लाठी डंडों से हमला किया था। जो तीन आरोपित गिरफ्तार किए हैं उनका पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है।
करनाल, जेएनएन। करनाल के रांवर गांव में हुए नरेंद्र हत्याकांड में तीन और आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामले में छह आरोपित पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उन्हें जेल भेज दिया गया है।
बता दें कि 20 अप्रैल को आरोपित शुभम वासी रावर ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर नरेंद्र कुमार, उसके भाई प्रेम व पिता सिंधुराम पर लाठी-डण्डों व ईंटों के साथ हमला कर मारपीट करके घायल कर दिया था। इसमें नरेंद्र, प्रेम व सिंधुराम को गंभीर चोटें आई थी। जिनको इइलाज के लिए अस्पताल मे भर्ती करवाया गया था। इस संबंध में आरोपित शुभम व उसके अन्य साथियों के खिलाफ थाना मधुबन में मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान 16 मई को थाना मधुबन की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए निर्मल वासी गोपी वाली गामड़ी व नरेश वासी नंगला फार्म को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसी दौरान 22 मई को पीड़ित नरेंद्र की हमले में आईं गंभीर चोटों के कारण पीजीआइ में मौत हो गई थी। इसके बाद मामलें में हत्या करने की धारा जोड़ी गई थी।
रिंकू पर करनाल व जींद में सात मामले दर्ज
हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चार और आरोपितों में गांव रांवर वासी सुनील उर्फ सुनील, सुखबीर उर्फ शीशन, टिंकू उर्फ निक्कू वासी गांव रावर व कंवरभान वासी बालाजी कालोनी को गिरफ्तार किया गया था। शुक्रवार को सीआइए-2 की टीम ने रिंकू वासी कोहंड, संटी वासी असंध व सुनील कुमार उर्फ कलाधारी वासी असंध गिरफ्तार किया गया। जांच में पाया कि आरोपित रिंकू के खिलाफ करीब सात मामले जिला करनाल व जींद में लड़ाई-झगड़े व हत्या के प्रयास के दर्ज हैं। आरोपी संटी के खिलाफ थाना असंध में दो मामले लड़ाई-झगड़े के व आरोपित सुनील के खिलाफ एक मामला लड़ाई-झगड़े व एक मामला आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज हैं। आरोपितों को शनिवार को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
छेड़छाड़ को लेकर दर्ज मामले का लेना था बदला
पूछताछ में पता चला है कि 26 अप्रैल को मृतक की भांजी ने आरोपी शुभम के खिलाफ थाना मधुबन में छेडखानी की शिकायत दी थी। जिस पर आरोपी के खिलाफ छेडखानी करने व किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया गया। आरोपी इसी मामले में समझौता करने के लिए मृतक नरेंद्र व उसके परिजनों पर दबाव बना रहा था लेकिन मृतक व उसके परिजनों द्वारा मामले में समझौता नही किया गया। इस बात का बदला लेने के लिए रंजिशन आरोपित ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया।
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