Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हरियाणा शुगर मिल में 98 करोड़ की धोखाधड़ी, एमडी राहुल आंनद गिरफ्तार

    By Anurag ShuklaEdited By:
    Updated: Mon, 03 Jan 2022 07:36 PM (IST)

    शुगर मिल नारायणगढ़ का एमडी राहुल आनंद गिरफ्तार कर लिए गए हैं। 8 दिन के रिमांड पर लिया गया है। 98 करोड़ की धोखाधड़ी में एमडी राहुल आनंद फंसे। शहजादपुर थाने में पुलिस ने 21 दिसंबर 2021 को द अंबाला सेंट्रल कोआपरेटिव बैंक की शिकायत पर दर्ज किया था केस।

    Hero Image
    अंबाला की शुगर मिल नारायणगढ़ के मैनेजिंग डायरेक्टर राहुल आनंद (लाल लोअर में) को अदालत ले जाते हुए।

    शहजादपुर (अंबाला), संवाद सहयोगी। हरियाणा के अंबाला में शुगर मिल में बड़ी धोखाधड़ी का पर्दाफाश हुआ। 98 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में फंसे नारायणगढ़ शुगर मिल के मैनेजिंग डायरेक्टर (एमडी) राहुल आनंद निवासी पंचकूला को आर्थिक अपराध शाखा अंबाला ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे आठ दिन के रिमांड पर भेजा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    द अंबाला सेंट्रल कोआपरेटिव बैंक के मैनेजर की शिकायत पर 21 दिसंबर 2021 को शहजादपुर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया था। इसी को लेकर पुलिस ने एएसपी अंबाला के नेतृत्व में सीआइए वन व आर्थिक अपराध शाखा स्पेशल इनवेस्टिगेटिंग टीम (एसआइटी) का गठन किया था। अब यह कार्रवाई आर्थिक अपराध शाखा के उपनिरीक्षक विनोद कुमार की अगुवाई में गई है। अब रिमांड के दौरान इस धोखाधड़ी के बारे में पूछताछ की जाएगी।

    गन्‍ने की पेमेंट केा लेकर सुर्खियों में रही शुगर मिल

    उल्लेखनीय है कि शुगर मिल नारायणगढ़ गन्ने की पेमेंट को लेकर लगातार सुर्खियों में रही है। इसी को लेकर गन्ना किसानों और मिल प्रबंधन व प्रशासन के बीच बातचीत तो होती रही, लेकिन करोड़ों का बकाया खड़ा रहा। दूसरी ओर इस दौरान मिल ने सरकार से लोन तो हासिल किया, लेकिन इसे चुकाया नहीं। इस केस में एडवोकेट जनरल हरियाणा की राय और प्रदेश सरकार के निर्देशों बैंक के जीएम को मिले थे। मिल को यह लोन हरको बैक/डीसीसीबी द्वारा दिए गए थे।

    आडिट के दौरान हुआ था पर्दाफाश

    इसी को लेकर कृषि विभाग द्वारा भी आडिट किया गया था, जिसमें इस खेल का खुलासा हुआ है। धोखाधड़ी के इस केस में अब पुलिस एमडी राहुल आनंद से पूछताछ करेगी। इसके साथ ही मिल प्रबंधन के कुछ और पदाधिकारियों से भी एसआइटी पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। दूसरी ओर क्षेत्र के गन्ना उत्पादकों की नजर भी इस केस पर है, जबकि उनका भी करोड़ों रुपया मिल की ओर बकाया है।