इकलौते बेटे का शव देख दिल का दौरा पड़ने से मां की भी मौत, एक साथ जली चिता; पूरे गांव में पसरा मातम
इसराना के जौंधन कलां गांव में मां और बेटे का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। यश शर्मा जो पोस्टमैन थे की ड्यूटी के दौरान भालू के हमले में मृत्यु हो गई थी। बेटे का शव घर पहुंचने पर सदमे से बीमार मां नीलम देवी की भी मौत हो गई। इस दुखद घटना से पूरे गांव में मातम छा गया।

संवाद सहयोगी, इसराना। गांव जौंधन कलां में वीरवार को मां-बेटे का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। मां-बेटे की मौत से स्वजन के साथ गांव में मातम का माहौल रहा।
बता दें कि जौंधन कला निवासी यश शर्मा (19) की 12वीं कक्षा के बाद भारतीय पोस्ट विभाग में पोस्टमैन के पद पर नौकरी मिली थी। जिसकी ड्यूटी उत्तराखंड के बागेश्वर जिला के गांव भनार में थी। वह आठ जुलाई को ड्यूटी पर था और साइकिल पर डाक बांटने एक गांव में जा रहा था।
रास्ते में भालू ने उस पर हमला कर दिया और वह खाई में गिर गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने यश की मृत्यु की सूचना स्वजन को देकर शव का पोस्टमार्टम करवा शव सौंप दिया। वीरवार को यश का शव घर पहुंचा तो कई दिनों से बीमार चल रही यश की मां नीलम देवी (50) को दिल का दौरा पड़ा और उनकी भी मौत हो गई।
मां-बेटे का एक ही चिता पर दाह-संस्कार किया गया। यश के पिता नरेश ने बताया कि दो बेटियों की शादी करीब आठ माह पहले की थी। वह अपनी बहनों का इकलौता भाई था। यश की शादी को लेकर तैयारियां चल रही थीं।
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