पानीपत स्वास्थ्य विभाग की टीम की कार्रवाई, पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
पानीपत स्वास्थ्य विभाग ने गाजियाबाद में चलती कार में भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। टीम ने जाल बिछाया, लेकिन आरोपित चकमा देकर फरार हो गए। एक फर्जी ग्राहक ने 17500 रुपये में सौदा तय किया और मटियाला गांव में कार में लिंग जांच हुई। टीम ने सबूत एसडीएम को सौंपकर एफआईआर की सिफारिश की है।

भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
जागरण संवाददाता, पानीपत। स्वास्थ्य विभाग पानीपत की टीम ने चलती कार में पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। आरोपितों को पकड़ने के लिए टीम ने जाल तो बिछाया, लेकिन उसमें फंस नहीं सके। भ्रूण जांच के दौरान शक होने पर आरोपित वैगनआर कार से ग्रामीण इलाकों में टीम को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो गए। टीम ने एसडीएम को आरोपितों के खिलाफ कुछ सबूत सौंपे हैं, जिनके अनुसार एफआइआर दर्ज करने की सिफारिश की है।
घटना गाजियाबाद जिले के मटियाला गांव के पास की है। सिविल सर्जन पानीपत की इनपुट प्राप्त हुआ कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद क्षेत्र में कुछ लोग चलती कार में पोर्टेबल मशीन से भ्रूण लिंग जांच कर रहे हैं। पानीपत के लोग वहां पर जाकर लिंग जांच कराते हैं।
सिविल सर्जन डॉ. विजय मलिक ने पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. ललित कुंडू, डॉ. अभय वत्स व डॉ. ज्योति दहिया की देखरेख में टीम का गठन किया। पानीपत की टीम ने गाजियाबाद की टीम के नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग संजोग से संपर्क किया। उसके बाद फर्जी डिकोय को तैयार किया। भ्रूण लिंग वहां के दलाल आसिफ से बातचीत कर जांच का सौदा 17500 रुपये में तय हुआ।
आसिफ ने उनको मुरादनगर मेट्रो स्टेशन के पास बुलाया। यहां से दलाल डिकोय को बाइक पर बैठाकर गांव मटियाला की पुलिया पर ले गया, यहां पहले से एक कार खड़ी थी। गाड़ी में पोर्टेबल मशीन से डिकोय का लिंग की जांच की गई। डिकोय को लड़की बताई गई। दलाल डिकोय को जैसे ही बाइक पर बैठाकर वापस लेकर चला तो स्वास्थ्य विभाग की टीम को आता देखकर डिकोय को नीचे उतारा और वहां से कच्चे रास्ते से फरार हो गए।
पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. ललित कुंडू व उनकी टीम ने गाड़ी की फोटो खींच ली, जिसमें अल्ट्रासाउंड किया जा रहा था। कुछ सबूतों के साथ यह डिटेल स्थानीय एसडीएम को सौंपकर आरोपितों के खिलाफ एफआआर की सिफारिश की गई है। आरोपित भागने में कामयाब हो गए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।