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सीवर में उतरे पांच मजदूर जहरीली गैस से फंसे, बचाने उतरे मिस्‍त्री की मौत

कैथल में पांच मजदूर सीवर की सफाई करने के लिए उतरे। चैंबर में जहरीली गैस की वजह से पांचों जहरीली गैस की जद में आ गए। उन्‍हें बचाने मिस्‍त्री नीचे उतरा तो उसकी मौत हो गई।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 12 May 2020 05:31 PM (IST)Updated: Tue, 12 May 2020 05:31 PM (IST)
सीवर में उतरे पांच मजदूर जहरीली गैस से फंसे, बचाने उतरे मिस्‍त्री की मौत
सीवर में उतरे पांच मजदूर जहरीली गैस से फंसे, बचाने उतरे मिस्‍त्री की मौत

पानीपत/कैथल, जेएनएन। कैथल में जहरीली गैस की वजह से एक मिस्‍त्री की मौत हो गई। मिस्‍त्री सीवर चैंबर साफ कर रहे पांच मजदूरों को बचाने के लिए उतरा था। लेकिन जहरीली गैस की जद में आने से खुद को नहीं बचा सका। उसे सिविल अस्‍पताल ले जाया गया, जहां मौत की पुष्टि कर दी गई।

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हुडा सेक्टर 18 में ग्योंग ड्रेन के नजदीक सीवर की सफाई करने उतरे पांच मजदूर जहरीली गैस के चलते अंदर फंस गए। मजदूरों को फंसा देख सड़क से गुजर रहा काकौत गांव निवासी वेङ्क्षल्डग मिस्त्री सतीश कुमार सीवर में उतर गया। दो मजदूरों को तो उसने बचा लिया, लेकिन गैस चढऩे के बाद खुद बेसुध हो गया। 

बाहर मजदूरों ने मचाया शोर

बाहर आए मजदूरों ने स्वयं को संभालते हुए शोर मचाया तो आसपास के मकानों व सड़क से गुजर रहे लोग एकजुट हो गए। किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर हादसे की सूचना दी। कुछ देर बाद ही सिविल लाइन थाना एसएचओ प्रह्लाद ङ्क्षसह मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड की गाड़ी को घटनास्थल पर बुलाकर सीवर में पानी छोड़ा गया। इसके बाद अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का कार्य शुरू हुआ। अंदर फंसे चार में से दो को बाहर निकालने के बाद जमीन पर लेटाकर पानी डाला तो उन्हें होश आ गया। जबकि गुहणा निवासी सतीश व काकौत निवासी सतीश कुमार को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने सतीश को मृत घोषित कर दिया। मोनू को रोहतक पीजीआइ रेफर कर दिया, लेकिन स्वजन उसे शहर के शाह अस्पताल ले गए। 

ऐसे फंसते चले गए मजदूर

गुहणा गांव निवासी शिव कुमार ने बताया कि रोजाना की तरफ से आज भी सीवर की सफाई करने के लिए शहर में आए थे। सेक्टर 18 में सुबह के समय सीवर से ढक्कन उठाए गए। दोपहर करीब दो बजे ग्योंग ड्रेन के नजदीक बनाए गए सीवर में सफाई करने का कार्य शुरू किया। गुहणा निवासी मजदूर मोनू सीवर में सफाई करने के लिए नीचे उतरा, लेकिन जहरीली गैस के चलते बाहर नहीं आया। सिरटा रोड का कृष्ण अंदर गया तो वे भी बाहर नहीं आ पाया। आवाज लगाने पर जब नहीं बोला तो उसकी मदद के लिए इसी गांव का ऋषि नीचे उतरा वे भी अंदर ही फंस गया। इसके बाद कैथल निवासी सन्नी गया, लेकिन जहरीली गैस के चलते सांस लेने में दिक्कत होने पर वापस आ गया। उन्होंने शोर मचाया तो सेक्टर 18 में ही ईंटे तोडऩे का काम कर रहे गुहणा गांव निवासी संजू दौड़कर आया और सीवर में उतर गया। जहरीली गैस की चपेट में आने से वह भी अंदर ही रह गया। इस दौरा सड़क से गुजर रहा काकौत गांव निवासी सतीश कुमार सीवर में उतरा और मजदूरों को बचाना शुरु किया, लेकिन खुद ङ्क्षजदगी देने की जंग में अपनी जान गंवा बैठा।

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