मुंबई से जींद पहुंचा कोरियर ब्वॉय, कोरोना पॉजिटिव निकला तो स्वास्थ्य विभाग के उड़े होश
जींद में एक युवक की रिपोर्ट कोरोना वायरस पॉजिटिव आई है। वह मुंबई से आया था। संक्रमण की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
पानीपत/जींद, जेएनएन। जींद में एक नया कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आया है। गांव शाहपुर में 18 वर्षीय युवक कोरोना वायरस से संक्रमित मिला है। युवक मुंबई में कोरियार ब्वॉय था और दो दिन पहले ही जींद आया था।
युवक मुंबई से गांव शाहपुर आया था। स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल लेकर जांच के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भेजा था। मंगलवार सुबह उसकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। युवक के घर में पांच सदस्य है। युवक को पीजीआई रोहतक भेजकर उसके परिवार के पांच सदस्यों के सैंपल लिए हैं।
अब हाई रिस्क कैटेगरी वालों के ही होंगे सैंपल
कोरोना को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइन के बाद हर व्यक्ति का सैंपल नहीं लिया जाएगा। कोरोना टेस्ट के लिए बनाई गई लैब में लोड बढ़ने के बाद यह फैसला लिया है और निर्देश दिए हैं कि अब उन्हीं लोगों के सैंपल लिए जाए जिसमें कोरोना से संबंधित लक्षण मिलते हैं। इसके अलावा हाई रिस्क कैटेगरी में आने वाले स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस कर्मी, मीडिया कर्मी, सब्जी मंडी में काम करने वाले लोगों के ही सैंपल लिए जाएंगे।
जिन लोगों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है, लेकिन उसको खांसी, जुकाम, बुखार व सांस लेने में दिक्कत नहीं है तो उनके भी दूसरा व तीसरा सैंपल नहीं होगा। उनको स्वास्थ्य विभाग दस दिन अपनी देखरेख में दाखिल रखेगा। अगर इस दौरान भी लक्षण नहीं आते तो उसको छुट्टी दे दी जाएगी। उसके बाद मरीज को एक सप्ताह के लिए घर पर ही क्वारंटाइन रहना होगा। सिविल सर्जन डॉ. जयभगवान जाटान ने बताया कि जिले में कोरोना पॉजिटिव मिले लोगों की दूसरी व तीसरा सैंपल नहीं होगा। हालांकि सात कोरोना पॉजिटिव की दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। जबकि शेष बचे आठ लोगों की अब सेकेंड टेस्ट नहीं होगा, क्योंकि उनमें किसी में भी कोरोना से संबंधित कोई लक्षण नहीं है।
तीन वेंटिलेटर होंगे स्थापित
सिविल सर्जन डॉ. जयभगवान जाटान ने बताया कि जींद के नागरिक अस्पताल के लिए तीन वेंटिलेटर अलॉट किए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम इन तीनों वेंटिलेटर को लेकर गुरुग्राम गई हुई है।
सैंपलों के लोड को देखते हुए लिया फैसला
कोरोना पॉजिटिव के केस आने के बाद सैंपलों की संख्या बढ़ गई थी और प्रतिदिन 300 से ज्यादा लोगों के सैंपल लिए जा रहे थे, लेकिन पीजीआइ खानपुर व रोहतक में करीब 130 सैंपल ही टेस्ट के लिए ले रहे थे। इसलिए पैसला लिया।