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बढ़ रहे कोरोना केस, हरियाणा के इस जिले में लॉकडाउन के डर से घर लौटने लगे प्रवासी

कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है। हरियाणा में भी लॉकडाउन का डर अब प्रवासी लोगों को सताने लगा है। कैथल में यूपी और बिहार के प्रवासी लोग घर लौट रहे हैं। नंदीशाला में काम करने वाले यूपी और बिहार के 12 मजूदरों ने छोड़ा काम।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 03:56 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 03:56 PM (IST)
कैथल में प्रवासी लोगों को लॉकडाउन का डर सता रहा।

कैथल, जेएनएन। हरियाणा में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। कोराेना के कारण 2020 में सरकार ने पूर्ण रूप से लॉकडाउन लगा दिया था। अब दोबारा से ऐसे हालात बन रहे हैं कि लॉकडाउन लग सकता है। हालांकि सरकार ने फिलहाल स्पष्ट किया हुआ है कि लॉकडाउन नहीं लगेगा।

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कैथल की बात करें तो कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। यहां एक दिन में अधिकतम 207 केस सामने आ चुके हैं। ऐसे में यहां काम करने वाले यूपी और बिहार के मजदूरों को एक बार फिर लॉकडाउन का डर सताने लगा है। अगर लॉकडाउन हुआ तो परिवहन सेवाएं भी बंद हो जाएंगी। प्रशासन की तरफ से रात दस बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया हुआ है।

गांव भैणीमाजरा स्थित नंदीशाला में 18 मजदूर काम करते थे। इनमें से 12 मजदूरों ने काम छोड़ दिया। वे अपने घर उत्तर प्रदेश और बिहार में चले गए हैं। नंदीशाला में करीब 1400 बेसहारा पशु हैं। व्यवस्था बनाए रखने के लिए रोजाना दिहाड़ी पर मजदूर बुलाए जा रहे हैं। अगर जल्द ही मजदूरोें की नियमित व्यवस्था नहीं हुई तो गोशाला समिति के सदस्यों के लिए संकट खड़ा हो सकता है।

उद्योग-धंधों पर पड़ सकता है प्रभाव

अगर दोबारा से लॉकडाउन लगता है तो इसका सीधा असर उद्योग-धंधों पर भी पड़ेगा। हालांकि पहले जिला प्रशासन की तरफ से मजदूरों के लिए खाने-पीने और रहने का प्रबंध किया गया था। उसके बाद भी भारी संख्या में मजदूर अपने घरों को लौट गए थे। फिलहाल प्रशासन कर तरफ से लोगों को मास्क लगाने और दो गज दूरी नियम का पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।

नंदीशाला के संरक्षक सुरेश कुमार ने बताया कि पशुओं की सेवा करने के लिए 18 मजदूर लगाए हुए थे। इनमें से 12 मजदूर काम छोड़ कर अपने घर यूपी और बिहार चले गए हैं। फिलहाल रोजाना दिहाड़ी पर मजदूर लाए जा रहे हैं। उनकी जिला प्रशासन से मांग है कि नंदीशाला के लिए नियमित मजदूरों का प्रबंध किया जाए।

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