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    कैथल में शिक्षक ने हजम किया बच्‍चों का निवाला, ग्रामीणों ने जड़ा स्कूल पर ताला, मचा हंगामा

    By Anurag ShuklaEdited By:
    Updated: Mon, 22 Mar 2021 01:28 PM (IST)

    कैथल में बच्‍चों के लिए आई मिड डे मील की राशि के गबन का मामला सामने आया है। आरटीआई में खुलासा हुआ है कि शिक्षक ने एक लाख 91 हजार रुपये की राशि अपने खाते में डलवाई। अब पर्दाफाश होने पर नौकरी बचाने की गुहार लगा रहा।

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    स्‍कूल में ताला जड़ने के बाद विरोध जताते ग्रामीण।

    कैथल, जेएनएन। कैथल के गांव गुहणा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में मिड डे मील इंचार्ज बनाए गए एक शिक्षक ने बच्चों का निवाला ही छीन लिया। उसने 227 से ज्यादा बच्चों की मिड डे मील की एक लाख 91 हजार रुपये की राशि डकार ली और किसी को कानों-कान भनक तक नहीं लगने लगी।

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    जब बच्चों को उनकी राशि नहीं मिली तो कुछ जागरुक अभिभावकों ने आरटीआइ के जरिये जानकारी मांगी। इसमें शिक्षक की सारी करतूत उजागर हो गई। रोष के चलते ग्रामीणों ने सोमवार को स्कूल पर ताला जड़ दिया और दरी बिछाकर वहीं धरने पर बैठ गए। उनकी मांग है कि जब तक गबन के आरोपित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, तब तक ताला लगा रहेगा। शिक्षक पर लगे आरोपों के संदर्भ में बातचीत करने के लिए उन्हें कई बार फोन किए गए, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

    अभिभावक अनिल मौदगिल, सोनू शर्मा ने बताया कि उनके बच्चे गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं। कोरोना काल में जब स्कूल बंद थे तो सरकार ने मिड डे मील के लिए घर-घर जाकर राशन देने की व्यवस्था की थी। प्रत्येक बच्चे को प्रतिदिन सात रुपये 45 भोजन के लिए मिलते हैं। स्कूल में करीब 227 बच्चों की राशि आई थी, जिसे सतीश कुमार नाम के शिक्षक ने अपने खाते में डाल लिया। जबकि सरकार के नियमों के अनुसार ऐसा नहीं कर सकते। जब पूरे मामला ग्रामीणों के सामने खुल गया तो पंचायत हुई, जिसमें शिक्षक ने कहा कि वह सारी राशि बच्चों के खाते में ट्रांसफर कर देगा और अलग से एक लाख रुपये भी हर्जाने के रूप में दे देगा, लेकिन इस मामले को यहीं दबा दिया जाए।

    अनिल मौदगिल ने बताया कि शिक्षक ने बच्चों के खाते में पैसे डाल भी दिए थे, लेकिन इससे उसका अपराध तो कम नहीं होगा। उन्हें आशंका है कि आरोपित शिक्षक ने सिर्फ कोरोना काल में ही गबन नहीं किया। जांच की जाए तो और भी मामले सामने आ सकते हैं। उन्होंने इसके लिए उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, गृह मंत्री अनिल विज, विधायक कैथल लीला राम, डीसी कैथल और जिला शिक्षा अधिकारी को भी शिकायत की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। प्रिंसिपल ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। इसके चलते दो दिन पहले ही गांव में पंचायत करके स्कूल पर ताला लगाने का फैसला लेना पड़ा।

    प्रिंसिपल बोलीं आरोप सही

    स्कूल प्रिंसिपल सुनंदा खुराना ने शिक्षक सतीश कुमार पर लगे आरोपों की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने 227 बच्चों के पैसे का गबन किया था। ग्रामीणों के कहने पर बच्चों के खाते में पैसे डाल दिए गए हैं। उनसे मिड डे मील का चार्ज लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला शिक्षा अधिकारी और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को लिख दिया गया है।