Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    MFMB Portal: भारतीय किसान यूनियन ने उठाई मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल को बंद करने की मांग, कुरुक्षेत्र उपायुक्त को लिखा पत्र

    By Naveen DalalEdited By:
    Updated: Wed, 29 Sep 2021 02:18 PM (IST)

    मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल में लगातार तकनीकी खराबी चलने की वहज से भारतीय किसान यूनियन ने पोर्टल को बंद करने की मांग उठाई है। उपायुक्त को पत्र लिखकर उन्होंने पत्र में इस पोर्टल के चलते किसानों के सामने आ रही समस्याओं का जिक्र किया है।

    Hero Image
    किसानो को पोर्टल में तकनीकी खराबी से फसल बेचने में दिक्कत झेलनी पड़ती।

    कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। कुरुक्षेत्र में भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) ने उपायुक्त को पत्र लिखकर मेरी फसल, मेरा ब्यौरा (एमएफएमबी) पोर्टल बंद करने की मांग की है। उन्होंने पत्र में इस पोर्टल के चलते किसानों के सामने आ रही समस्याओं का जिक्र किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    समस्याओं पर नहीं किया जा रही अधिकारी नियुक्त

    इसके साथ ही इसके लागू होने से अभी तक समस्या सुनने के लिए कोई अधिकारी भी तैनात नहीं किया गया है और ना ही कोई शिकायत केंद्र ही बनाया गया है। सुनवाई न होने पर कई बार किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल बेचने में दिक्कत झेलनी पड़ती है। यह सभी समस्याएं पोर्टल के कारण ही खड़ी हुई हैं, अगर इन समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है कि इसे बंद ही कर देना चाहिए।

    पोर्टल की खामियों को दूर करने के लिए उठी मांग

    भाकियू ने इस पत्र में पोर्टल की दूसरी खामी दर्शाते हुए बताया कि इस पोर्टल पर बहुत सारा डाटा खत्म हो गया है। डाटा खत्म होने पर किसानों के सामने अपनी फसल बेचने की समस्या आ रही है। उन्होंने ने डाटा दर्ज करने की रसीद दिए जाने की मांग की है।

    पोर्टल में तकनीकी खराबियों से किसान परेशान

    इसके साथ ही पोर्टल पर अधिकारियों की इच्छा अनुसार पंजीकरण बंद कर दिया गया है और किसान तकनीकी जानकारी के अभाव सही डाटा अपडेट नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा किसानों की बहुत से जमीन मुस्तर खाते में है। इसके चलते हिस्सों के हिसाब से पंजीकरण करना कठिन है। कई जगह सरकारी जमीन, पंचायती जमीन और सायमलती जमीनों पर भी किसान खेती कर रहे हैं।

    पोर्टल को बंद करने की उठी मांग

    इनका ओटीपी खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी के पास जाता है, जहां से ओटीपी लेने में आ रही अड़चनों के चलते किसान फसल को अपडेट ही नहीं कर पाते। उन्होंने बताया है कि पांचवी और बड़ी समस्या एमएफएमबी पोर्टल पर धान की प्रति एकड़ पैदावार 30 क्विंटल तक की खरीद निश्चित की गई है, जबकि इस बार पैदावार ही 35 क्विंटल के आस-पास है। ऐसे में पांच क्विंटल धान की बेचने में भी समस्या आ रही है। इन समस्याओं को देखते हुए किसानों के हित को लेकर भाकियू प्रदेश प्रवक्ता राकेश कुमार बैंस ने इस पोर्टल को बंद करने की मांग की है।