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    लाकडोंग हल्दी के हैरान करने वाले गुण, ब्लड प्रेशर से लेकर हार्टअटैक, कैंसर का है रामबाण इलाज

    By Rajesh KumarEdited By:
    Updated: Sun, 06 Feb 2022 01:36 PM (IST)

    औषधीय खेती में नई पहल। किसान ने पाली हाउस में उगाई लाकडोंग हल्दी। इस किस्म की खास बात यह है कि इसमें करक्यूमिन कंपोनेंट सामान्य हल्दी से कई गुणा अधिक है। जोकि कैंसर सहित अन्य कई असाध्य रोगों से बचाव के लिए कारगर है।

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    लाकडोंग हल्दी की दो कनाल में एक एकड़ जितनी पैदावार।

    यमुनानगर, [संजीव कांबोज]। वैसे तो हल्दी की खेती सामान्य होती है, लेकिन जब बात लाकडोंग हल्दी की आती है तो इसमें कुछ खास है। गांव दराजपुरा के प्रगतिशील किसान प्रदीप कांबोज जिले का पहला किसान है जिसने पाली हाउस में इस किस्म हल्दी को उगाया है। देखने के लिए अन्य राज्यों के लोग पहुंच रहे हैं। इस किस्म की खास बात यह है कि इसमें करक्यूमिन कंपोनेंट सामान्य हल्दी से कई गुणा अधिक है। जोकि कैंसर सहित अन्य कई असाध्य रोगों से बचाव के लिए कारगर है। सामान्य हल्दी में करक्यूमिन कंपोनेंट की मात्रा दो से तीन प्रतिशत होती है जबकि इसमें सात से 12 प्रतिशत पाई जाती है।

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    दो कनाल में एक एकड़ जितनी पैदावार

    दरअसल, किसान प्रदीप कांबोज ने लाकडोंग किस्म की हल्दी को खुले खेत में नहीं उगाया बल्कि पालीहाउस में तैयार किया है। दो कनाल पाली हाउस बनाया गया है। इस दो कनाल से हल्दी की इतनी पैदावार होगी जितनी की सामान्य विधि से तैयार की गई एक एकड़ से होती है। इसमें करीब सात क्विंटल बीज लगाया गया है। इसकी पैदावार भी परपंरागत तरीके से उगाई गई फसल से कई गुणा अधिक होती है। 

    नारियल के बुरादे में की तैयार

    किसान प्रदीप ने बताया कि पाली के अंदर  36 बैड तैयार किए गए हैं। फसल तैयार करने के लिए बैड में मिट्टी नहीं बल्कि नारियल का बुरादा व देसी खाद डाला गया है। इससे नमी बरकरार रहती है और फसल में तमाम आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति होती है। फसल को तैयार करने में रासायनिक खाद का प्रयोग बिल्कुल भी नहीं किया गया है। एक पौधे के नीचे करीब डेढ किलो हल्दी है। उनके मुताबिक बाजार में इसका रेट 300 से 350 रुपये प्रति क्विंटल है। 

    लाकडोंग हल्दी में ये गुण मौजूद

    आयुर्वेदिक मेडिकल आफिसर डा. ललित सैनी के मुताबिक लाकडोंग किस्म की हल्दी औषधीय गुण अधिक होते हैं। रोगाणुरोधी होती है। एंटी आक्सीडेंट का अच्छा स्त्रोत है। रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मददगार है। कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखती है। शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में इसकी डिमांड अधिक है। जोड़ों के दर्द, अल्जाइमर या कैंसर में भी लाभकारी है। हार्ट अटैक का खतरा कम करती है और लीवर  को मजबूत कर पाचन पंत्र को मजबूत करती है। 

    लाकडोंग में करक्यूमिन कंपोनेंट की मात्रा अधिक होती है

    जिला उद्यान अधिकारी डा. कृष्ण कुमार ने बताया कि लाकडोंग किस्म की हल्दी में करक्यूमिन कंपोनेंट की मात्रा अधिक होती है। जिले में यह अच्छी पहल है। पाली हाउस में फसल की गुणवत्ता और भी बढ़ जाती है। इस तरह की खेती के लिए किसानों को आगे आना चाहिए। जिले में  पापुलर का रकबा काफी अधिक है। पापुलर के बीच भी किसान हल्दी उगा  सकते हैं।