गाजियाबाद में मानव तस्कर गिरोह का पर्दाफाश, राजस्थान और हरियाणा में बेचा महिला को
गाजियाबाद से मानव तस्कर गिरोह का हरियाणा पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गाजियाबाद में गिरोह के कब्जे से पुलिस ने महिला को करवाया मुक्त। महिला को दो बार हरियाणा व एक बार राजस्थान में बेच चुके थे गिरोह के लोग।

जींद, जागरण संवाददाता, जींद। मानव तस्करी गिरोह के कब्जे से एक महिला को पुलिस ने गाजियाबाद के मुखिया गार्डन मोहल्ला से बरामद किया है। महिला को गिरोह चलाने वाली दंपती शादी के नाम पर दो बार हरियाणा व एक बार राजस्थान में बेच चुके हैं। गिरोह का शिकार हुई महिला उत्तरप्रदेश के जौनपुर की रहने वाली है और विरार ईस्ट मुंबई में शादीशुदा है। जहां पर महिला के एक लड़का व एक लड़की भी है।
महिला ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए बयान में बताया कि वर्ष 2020 में मुखिया गार्डन गाजियाबाद निवासी रीना व उसके पति विक्की वर्मा के संपर्क में आ गई। आरोपित दंपती ने महिला को रुपये का लालच दिया और उसकी राजस्थान के एक गांव में शादी करवा दी। जहां पर 10 से 15 दिन रहने के बाद आरोपित दंपती उसको परिवार से मिलवाने के बहाने वापस ले आए और दोबारा वहां पर नहीं भेजा।
इस दौरान राजस्थान में उसका पति बनाए गए युवक ने उसके साथ शारीरिक शोषण किया। वहां से आते ही गिरोह ने उनको हरियाणा के एक गांव के युवक से रुपये लेकर शादी करवाकर भेज दिया। वहां पर भी वह 15 दिन के आसपास ही रही और वहां से भी उसको लेकर चले गए। इसके बाद जनवरी 2021 में जींद जिले के गांव खोखरी निवासी मोनू के साथ शादी करवा दी, लेकिन इस शादी के नाम के उसको कोई रुपया नहीं दिया।
शादी के समय आरोपितों ने कहा था कि वह 15 दिन में उसको लेने आ जाएंगे, लेकिन वह लगभग तीन माह तक उसको लेने आए ही नहीं। इसके बाद दो फरवरी 2021 की रात को मौका पाकर गांव खोखरी से निकल गई। जहां से वह अपने माता-पिता के पास उत्तरप्रदेश के जौनपुर में चली गई। खोखरी से जाने के बाद उसकी सास बबली ने सदर थाना पुलिस में उसके लापता होने का मामला दर्ज किया।
जब पुलिस ने शिकायकर्ता बबली से लापता हुई महिला के बारे में जानकारी ली तो उसके परिवार व पते के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। पुलिस ने पूरे मामले पर शक हुआ और इस मामले को जांच क लिए मानव तस्करी निरोधक सेल को सौंप दी।
लगभग एक साल की जांच के बाद परिवार तक पहुंची पुलिस
पुलिस की मानव तस्करी निरोधक सेल की टीम ने महिला व उसके परिवार तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। खोखरी में शादी के समय आरोपित दंपती ने महिला का नाम सपना बताया था और उसके परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। लगभग एक साल के बाद पुलिस को पता चला कि जिस महिला की शादी खोखरी गांव में की थी, उसकी बहन चौहान पट्टी गाजियाबाद में रहती है। पुलिस ने उसकी बहन के पास पहुंचकर अपने पास बुलाया। जहां पर महिला की काउंसलिंग करके जींद लाया गया। जहां पर मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए बयान में मानव तस्करी गिरोह व शादी के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ।
असल नाम छुपाकर करवाते थे शादी
महिला ने बताया कि आरोपित दंपती उसकी शादी करवाने के लिए लोगों से रुपये लेते थे। उसमें से थोड़े बहुत रुपये उसको दे देते थे। जब उसकी शादी करवाई जाती थी तो उसका नाम सपना बताया जाता था, लेकिन असल में उसका नाम दूसरा है। उसने बताया कि आरोपित रीना व विक्की वर्मा के पास काफी उस तरह की काफी महिलाएं है, जिनको गिरोह के लोग शादी के नाम पर लोगों के पास भेजते हैं।
मानव तस्करी निरोधक शाखा जींद इंचार्ज प्रहलाद सिंह ने बताया कि फरवरी 2021 में सदर थाने में दर्ज हुए मामले में मानव तस्करी, दुष्कर्म की धाराएं जोड़ दी है। आरोपित रीना व उसके पति विक्की वर्मा को जल्द ही गिरफ्तार गिरोह में शामिल लोगों का भंडाफोड़ किया जाएगा। बरामद हुई महिला को अदालत में पेश करके उसकी बहन को सौंप दिया है।
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