Haryana Weather Updates: मौसम की आंख-मिचौली, सुबह छाए बादल, दोपहर में हीट वेव, इन जिलों में बारिश के आसार
Weather Forecast Update हरियाणा में मौसम आंख-मिचौली खेल रहा है। सुबह बादल छाए रहते हैं और दोपहर में भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। बढ़ती गर्मी से जन जीवन हो रहा प्रभावित। हरियाणा के कुछ जिलों में आने वाले दिनों में बारिश की भी संभावना है।

कैथल, जागरण संवाददाता। बढ़ती गर्मी से जनजीवन प्रभावित हो गया है। पिछले एक सप्ताह से 40 डिग्री से ज्यादा तापमान पहुंच गया है। शनिवार को तापमान 44 डिग्री था। इस कारण लोगों को काफी परेशानी आई। वहीं बिजली कटों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। बढ़ते तापमान के कारण इस खेतों में हर किसान को फायदा है। चाहे वह सब्जियों की खेती हो या फिर काेई अन्य फसल।
रविवार सुबह के समय तेज हवाएं चली थी और आसमान में बादल छाए थे, जिससे लोगों को कुछ राहत जरूर मिली थी। परंतु दोपहर के समय फिर से गर्मी बढ़ गई। हालांकि शनिवार की अपेक्षा अधिकतम व न्यूनतम तापमान कम रहा। इस दौरान अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया। अब अगले दो दिन तक हल्की बूंदाबांदी के साथ बरसात की भी संभावना है।
गर्मी अधिक होने से खेतों की जमीन को फायदा
चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार के अधीनस्थ कृषि विज्ञान केंद्र के समन्वयक डा. रमेश वर्मा ने बताया कि गर्मी अधिक होने की स्थिति में खेतों की जमीन को काफी फायदा मिलेगा। किसानों से आग्रह है कि वे इस समय अपने खेतों में जुताई कर ले। इससे खेतों में जमीन को क्षति पहुंचाने वाले कीटाणु मर जाएंगे।
कुरुक्षेत्र में बच्चों को भीषण गर्मी से बचाने के लिए स्कूलों के समय में हो बदलाव
कुरुक्षेत्र में हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) की एक बैठक राज्य उप-प्रधान डा. तरसेम कौशिक की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें लेक्चरर्स के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। वहीं राजकीय स्कूलों की दयनीय स्थिति को सुधारने के लिए सुझाव लिए गए। हसला राज्य उप-प्रधान डा. तरसेम कौशिक ने कहा कि हरियाणा सहित उत्तर भारत में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है और साथ ही लू से भी जनजीवन प्रभावित हो रहा है। वहीं भीषण गर्मी के बीच बिजली संकट ने भी जनजीवन को प्रभावित किया है। ऐसे में स्कूलों में पीने के पानी का संकट भी गहराता जा रहा है। वहीं भीषण गर्मी से विद्यार्थियों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है, चूंकि ग्रामीण अंचल में स्थापित विद्यालयों में बिजली संकट बहुत अधिक है।
ऐसी गर्मी में न तो विद्यार्थी सही ढंग से विद्या ग्रहण कर पा रहे है और न ही शिक्षक बच्चों को पढ़ा पा रहे है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में स्कूलों का समय सुबह आठ से दोपहर ढ़ाई बजे निर्धारित है। इस गर्मी से बच्चों को बचाने के लिए विद्यालयों के समय सुबह सात से दोपहर 12 बजे तक होना चाहिए। जिससे बच्चों की पढ़ाई सुचारु रूप से हो सके। प्रदेश कार्यकारिणी ने शिक्षा मंत्री को सौंपा ज्ञापन प्रदेशभर के स्कूलों के समय में बदलाव करने को लेकर शिक्षा मंत्री को हसला के राज्य प्रधान सतपाल सिंधू ने ज्ञापन सौंपा है। जिसमें स्कूलों का समय सुबह सात से दोपहर 12 बजे तक करने की मांग की है। वहीं ग्रीष्मकालीन अवकाश को भी समय से पहले घोषित किया जाए ताकि विद्यार्थियों को भीषण गर्मी से बचाया जा सके।
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