Haryana: पटवारियों की हड़ताल जारी, तहसील से निराश लौटे 400 से अधिक लोग; आज और कल भी नहीं करेंगे काम
एसोसिएशन के जिला प्रधान मुकेश कश्यप और महामंत्री दिलावर सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि राजस्व पटवारियों ने अपनी मांगों को लेकर दिसंबर-2022 में संघर्ष शुरू कर दिया था। बढ़ाए गए वेतनमान की विसंगतियां दूर करने को लेकर पटवारी और कानूनगो चार जनवरी 2023 को हरियाणा भवन दिल्ली में एसोसिएशन के साथ बैठक की गई थी। इससे कर्मचारी बिना पदोन्नति के ही सेवानिवृत हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत। द पटवार एंड कानूनगो एसोसिएशन हरियाणा के आह्वान पर जिला के 75 पटवारी, कानूनगो बुधवार को सांकेतिक हड़ताल पर रहे। तहसील में सीमांकन, नामांतरण, आय, जाति, निवास प्रमाणपत्र, बंटवारा, नामांतरण, जमाबंदी सत्यापित, नकल सत्यापित, इंतकाल, गिरदावरी, फील्ड बुक, मौका तस्दीक, लोगों के लोन चढ़ाने व उतारने समेत अन्य कार्य कराने पहुंचे लगभग 400 लोगों को हड़ताल के कारण निराश लौटना पड़ा।
एसोसिएशन के जिला प्रधान मुकेश कश्यप और महामंत्री दिलावर सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि राजस्व पटवारियों ने अपनी मांगों को लेकर दिसंबर-2022 में संघर्ष शुरू कर दिया था। बढ़ाए गए वेतनमान की विसंगतियां दूर करने को लेकर पटवारी और कानूनगो चार जनवरी 2023 को हरियाणा भवन दिल्ली में एसोसिएशन के साथ बैठक की गई थी।
राजस्व पटवारी का वेतनमान 25,500 से बढ़ाकर 32,100 रुपये करने पर सहमति बनी थी। 24 जनवरी 2023 को अधिसूचना भी जारी हो चुकी है। इसके बाद भी उच्चाधिकारी अडंगा लगाते रहे हैं।
कुछ माह पूर्व हुई वार्ता में अधिकारी बढोत्तरी को रजामंद हो गए थे लेकिन लागू नहीं की गई है। मांगों को लेकर कई बार उपमुख्यमंत्री व राजस्व मंत्री से भी कई बार मिल चुके है। उन्होंने बताया कि नायब तहसीलदार की विभाग की परीक्षा साल में दो बार कराए जाने का प्रावधान है, तीन साल बीतने पर एक बार भी नही हुई है।
इससे कर्मचारी बिना पदोन्नति के ही सेवानिवृत हो रहे हैं। परीक्षा जल्द होनी चाहिए। पटवारियों के प्रशिक्षण काल को सेवा काल में जोड़ा जाए। पटवारियों को कंप्यूटर की विभागीय ट्रेनिंग करवाई जाए, ताकि पटवारी अपना कार्य खुद कर सकें। पटवारियों को लैपटाप उपलब्ध कराए जाएं। रिक्त पदों को जल्द से भरा जाए।
सर्दी में ठिठुरता आया, मिली निराशा
भारत नगर निवासी नीरज ने बताया कि सर्दी में ठिठुरता हुआ तहसील पहुंचा हूं। रजिस्ट्री आनलाइन अपलोड हुई अथवा नहीं, यह पता करना था। यहां आकर पता चला कि स्ट्राइक है। अब किसी और और दिन काम छोड़ना पड़ेगा।
वापस लौटने लगी तो पटवारी ने बुलाया वापस
तहसील कैंप निवासी वृद्धा प्रेमा देवी भी स्वजनों के साथ तहसील पहुंची। इन्हें पेंशन से जुड़े कागजात सत्यापित कराने थे। तहसील में पटवारियों की हड़ताल देख निराश लौटने लगी। तभी पटवारी ने उन्हें बुलाकर काम पूरा किया।
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