Pari Rani: विदेशों तक छाई हरियाणा की परी रानी, सूट डिजाइन कर ऐसे बन गई सोशल मीडिया क्वीन; इंस्टा पर हैं लाखों फॉलोअर्स
हरियाणा की छोरी परी रानी (Pari Rani) देश-विदेश में अपने सूटों को लेकर छाई हुई हैं। परी खुद से सूट सिलकर देश के साथ-साथ विदेशों में भी बेच रही हैं। सोशल मीडिया पर भी लोगों को उनका काम काफी पसंद आ रहा है। परी अपने सूट खुद पहनकर सोशल मीडिया पर रील्स डालती हैं। आइए जानते हैं हरियाणा की बेटी परी रानी की कहानी।

राजसिंह पाल, पानीपत। छठी पास परी। बाल विवाह की बेड़ियां भी पड़ गई। किसान की बेटी ने जीवन से संघर्ष किया और जीती भी। सिलाई सीखी, नवाचारा अपनाया और आत्मनिर्भता की सीढ़ी चढ़ती चली गई। अब परी के उत्पाद अमेरिका, जर्मनी, कनाडा समेत कई देशों में पहुंच रहे हैं।
इंटरनेट पर वीडियो शेयर कर किया प्रमोशन
ट्रेडर्स, एक्सपोर्टर और मॉडल के गुण परी रानी को बिजनेस वूमेन बनाते हैं। उन्होंने अपने सिलाई किए डिजाइनदार सूटों व अन्य परिधानों को पहना, उन्हीं कपड़ों में यू-टूयब, इंस्टाग्राम जैसी इंटरनेट साइट्स पर डांस क्लिप साझा कर प्रचार किया। आज उनके आठ लाख से अधिक फालोअर्स हैं। शहर में खोले गए शोरूम और आनलाइन प्लेटफार्म से पांच करोड़ रुपये का वार्षक व्यवसाय कर रही हैं। 20 से अधिक महिलाओं को व्यवसाय दे रखा है।
परी रानी का फोटो लगाकर कंपनियां कर रही प्रचार
कंपनियां एवं थोक विक्रेता भी लेडीज सूट की पैकिंग पर मॉडल के रूप में परी रानी का फोटो लगाकर प्रचार कर रहे हैं। कभी मुहल्ले-रिश्तेदारों की लड़कियों के पुराने कपड़े पहनने वाली परी अब परिधानों का निर्यात कर रही हैं। परी रानी ने बताया कि उनकी आयु अब 39 वर्ष है। 14 साल की आयु में विवाह हो गया था।
किराए के घर में रहती हैं परी
24 साल का बेटा विनय और साढ़े छह साल की बेटी परिशा है। फिलहाल सेक्टर-24 टीडीआइ में किराये के घर में रहती हैं। किराये की दुकान लेकर परी के नाम से ही अपना स्टोर खोला हुआ है। मूल गांव आट्टा है, वहीं के स्कूल में कक्षा छह तक पढ़ी हैं। शुरुआत विवाह से पहले ही पड़ोसी महिलाओं के सूट-सलवार की सिलाई से की थी। शादी के बाद पानीपत आई तो यह वह सिलसिला जारी रहा। इसके बाद घर में सूट लाकर बेचने लगी।
ऑनलाइन बढ़ा कारोबार
इंटरनेट साइट्स पर जिस तेजी से फॉलोअर्स बढ़े, उसी तेजी से ऑनलाइन कारोबार भी बढ़ता गया। देश-विदेश से महिलाएं वीडियो क्लिप वाट्सएप करती और उसी डिजाइन का सूट तैयार करने को कहती हैं। अब रोजाना औसतन 100 से 150 से अधिक सूटों की बिक्री होती है। बिजनेस बढ़ा तो कक्षा 12वीं पास करने के बाद बेटा अकाउंट का काम देखने लगा है।
सिंगल मदर के लिए बड़ी चुनौती
परी रानी का कहना है माता-पिता इतने सक्षम नहीं हैं कि आर्थिक मदद कर पाते। पति से तलाक लिया तो अपने दो बच्चों के अलावा कुछ नहीं मांगा। सिंगल मदर के लिए बिजनेस को बढ़ाना, दो बच्चों को पालना बड़ी चुनौती है। दूसरे शहरों से थोक में माल लाना, ऑर्डर बुक करना व तैयार कर पहुंचाना जैसे तमाम काम खुद करने पड़ते हैं।
साथ में दोनों बच्चों को भी संभालना होता था, अब तो बच्चे बड़े हो गए हैं। यही चुनौतियां आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। व्यवसाय बढ़े, स्टाफ और बढ़े इसके लिए नवाचारों पर फोकस रखती हूं। खासकर, नए-नए डिजायन के लेडीज परिधान तैयार करने पर फोकस रहता है।
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