नगर निकाय चुनाव में धोखाधड़ी, कुरुक्षेत्र में आप प्रत्याशी ने लगाए मतगणना में गड़बड़ी के लगाए आरोप
हरियाणा में हुए नगर निकाय चुनाव के नतीजे आने के बाद आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो चुका है। कुरुक्षेत्र के पिहोवा नगरपालिका से आप से चेयरमैन पद के प्रत्याशी ने काउंटिंग के दौरान गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। हरियाणा में नगर निकाय के चुनाव संपन्न हो चुके हैं। चुनाव के नतीजे भी घोषित हो चुके हैं। चुनावी नतीजों के बाद एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। जींद के बाद कुरुक्षेत्र से भी चुनाव में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है।
आम आदमी पार्टी की पिहोवा नगरपालिका चेयरमैन प्रत्याशी अनिल धवन ने चुनाव में धोखाधड़ी कर भाजपा प्रत्याशी को जिताने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसकी शिकायत केंद्रीय चुनाव आयोग और राज्य चुनाव आयोग में की है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों पर भी मिलीभगत कर बीजेपी प्रत्याशी जिताने की बात कही है।
पिहोवा नगर पालिका के चुनाव में कुल 20419 वोट हुए थे
आम आदमी पार्टी चेयरमैन प्रत्याशी अनिल धवन ने कहा कि पिहोवा नगर पालिका के चुनाव में कुल 20419 वोट पोल हुए थे। इसका ब्यौरा राज्य चुनाव आयोग की वेबसाइट पर भी दिया गया था। लेकिन गिनती वाले दिन केवल 20363 वोटों की गिनती की गई। उन्होंने बताया कि आखिरी राउंड तक वे बढ़त बनाए हुए थे। अंतिम राउंड में उन्हें 55 वोटों से हारा दिखाकर बीजेपी प्रत्याशी को चेयरमैन घोषित कर दिया गया। जबकि 20363 वोटों की गिनती की गई।
56 वोटों की नहीं की गिनती
आम आदमी पार्टी चेयरमैन प्रत्याशी अनिल धवन ने बताया कि अंत में 56 वोटों की गिनती नहीं की गई। और ना ही रिटर्निंग अधिकारी ने इन 56 वोटों के बारे में कोई स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि 56 वोटों को खुर्द बुर्द कर दिया गया। ऐसा बीजेपी प्रत्याशी को जिताने के लिए किया गया।
चुनाव आयोग निष्पक्ष जांच करें
आम आदमी पार्टी चेयरमैन प्रत्याशी अनिल धवन ने केंद्रीय चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह से पेहवा नगर पालिका के चेयरमैन के चुनाव को निरस्त कर निष्पक्ष जांच करने की मांग की और 56 वोटों के बारे में स्थिति स्पष्ट करने की बात कही।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत के सुबूत मिलते हैं तो चुनाव आयोग जिम्मेदार अधिकारियों को सस्पेंड करें और दोबारा से गिनती कर 56 वोटों की स्थिति को स्पष्ट करें, और चेयरमैन के चुनाव को अमान्य घोषित करे।
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