Haryana Government College: सरकार ने एक वर्ष पहले दो राजकीय कालेज खोलने की घोषणा की थी, राजौंद में अब तक नहीं मिली जमीन
Haryana Government College सरकार ने एक वर्ष पहले दो कालेज खोलने की घोषणा की थी। गांव चक्कू लदाना के महाविद्यालय की जमीन को लेकर पंचायत पांच महीने पहले ही डाल चुकी प्रस्ताव। दाखिला प्रक्रिया के दौरान दाखिला लेने के इच्छुक विद्यार्थी असमंजस में।

कैथल, जागरण संवाददाता। सरकार की तरफ से पिछले वर्ष जिले में राजौंद व सीवन खंड के गांव चक्कू लदाना में राजकीय महाविद्यालय खोलने की घोषणा की गई थी। जिसके तहत उसी वर्ष महाविद्यालयों में बीए संकाय की 60 सीटों की मंजूरी दे दी थी। जिसके तहत महाविद्यालयों के भवन को भी जल्द ही स्थापित करने की घोषणा सरकार द्वारा दी गई।
इसके बाद गांव चक्कू लदाना के महाविद्यालय में तो ग्राम पंचायत द्वारा 13 एकड़ जमीन देने की प्रक्रिया को शुरू किया गया, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद अभी तक राजौंद के राजकीय महाविद्यालय की जमीन का प्रस्ताव पास नहीं हो पाया है। बता दें कि वर्तमान में दोनों महाविद्यालयों की कक्षाएं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में चल रही है।
चक्कू लदाना के महाविद्यालय के लिए डाला जा चुका है प्रस्ताव
सीवन खंड के गांव लदाना चक्कू में 13 एकड़ जगह में महाविद्यालय बनाने का प्रस्ताव है। इसके लिए पंचायत ने जमीन का प्रस्ताव डाल दिया है। निर्माण कार्य को लेकर फाइल सरकार को भेजी गई है। जैसे ही सरकार द्वारा इस प्रक्रिया के तहत अनुमति दी जाएगी तो यहां पर भवन के निर्माण को लेकर कार्य शुरू किया जाएगा।
राजौंद में जमीन ढूंढने का प्रयास जारी, नहीं मिली
राजौंद में नए बने राजकीय महाविद्यालय की जमीन की तलाश की जा रही है। महाविद्यालय की जमीन को लेकर राजौंद में जमीन नहीं मिल पाई है। जिस कारण इसके आस-पास स्थित गांवों में जमीन ढ़ूढने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अभी तक उच्चतर शिक्षा विभाग को जमीन नहीं मिल पाई है। वहीं, इस समय राजौंद के राजकीय महाविद्यालय में पढ़ रहे विद्यार्थियों की राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कक्षाएं लगाई जा रही हैं।
दोनों महाविद्यालयों में बीए की हैं 60-60 सीटें
जिले में पिछले वर्ष बने दोनों नए महाविद्यालयों में शुरूआत में 60-60 सीटें दी गई है। बीए संकाय के विषय में महाविद्यालयों में हिंदी व अंग्रेजी के साथ इतिहास, राजनीति शास्त्र का विषय शुरू किया गया है। इस सत्र से दोनों महाविद्यालयों में विद्यार्थियेां की संख्या 60 से बढ़कर 120 हो जाएगी।
ऐसा नहीं है कि राजौंद में स्थापित किए जाने वाले महाविद्यालय की जमीन नहीं मिल पा रही है। पंचायतों और राजौंद नगर पालिका का कार्यकाल खत्म होने के कारण विलंब हो रही है। आला अधिकारियों द्वारा जमीन को लेकर जानकारी हासलि तो की गई है, लेकिन अभी इसका चयन नहीं किया गया है, जिस कारण यह समस्या है।
वीना बहल, कार्यवाहक प्राचार्या, राजकीय महाविद्यालय, राजौंद, कैथल।
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